अखिलेश शर्मा, वरिष्ठ संपादक (राजनीतिक), एनडीटीवी :
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कल आजमगढ़ से भी पर्चा भर दिया। वो मैनपुरी से भी चुनाव लड़ रहे हैं।
मुलायम ने लोगों से कहा कि उनके बेटे को तो मुख्यमंत्री बना दिया अब उन्हें भी दिल्ली में कुछ बना दिया जाये। लोगों के हुजूम के साथ मुलायम सिंह यादव ने पहले पर्चा भरा, फिर सड़क पर निकले और बाद में बड़ी सभा को संबोधित किया।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में बनारस से सटे आज़मगढ़ में मुलायम मोदी के असर को काटने के लिए मैदान में उतरे हैं। बनारस से लड़ रहे मोदी पर उनके तीखे हमले हैं। लोगों से अपील कर रहे हैं कि उन्हें भी कुछ बना दिया जाये। वो अपना भाषण खत्म कर चुके थे। अचानक फिर माइक सम्भाला और अपने लिए लोगों से माँगा। वो कहते हैं युवा को सीएम बना दिया। मुझे भी कुछ बना दो। दिल्ली में बना दो। बिना समाजवादी पार्टी के सरकार न बन सके।
यानी मुलायम अब भी इस उम्मीद में हैं कि जोड़-तोड़ से तीसरे मोर्चे की सरकार बन सके और प्रधानमंत्री बनने का उनका सपना पूरा हो सके। दिलचस्प बात ये है कि अपने भाषण में उन्होंने कई बार नरेंद्र मोदी का नाम लेकर उन पर तीखे हमले किए। मुलायम के भाषण से पहले बोलने वाले हर नेता भी मोदी का ही नाम लेते रहे।
बीजेपी के रमाकांत यादव ने भी पर्चा भर दिया है। वो सपा-बसपा और बीजेपी तीनों ही दलों से यहाँ से सांसद रह चुके हैं। रमाकांत यादव कहते हैं कि पर्चा भरते वक्त उनकी मुलाकात मुलायम से नहीं हुई। अगर मिलते को पैर छूकर वो उनका आशीर्वाद लेते। वो उन्हें पक्का आशीर्वाद भी देते कि विजयी भव:। मैं जरूर जीतूँगा।
आजमगढ़ सीट पर मुस्लिम, यादव और दलित वोटों का दबदबा है। यादव वोट मुलायम और रमाकांत में बंट रहे हैं तो वहीं मुस्लिम वोटों पर मुलायम के अलावा बीएसपी और उलेमा कौंसिल के मुस्लिम उम्मीदवारों की नजरें हैं। ऐसे में गैर यादव पिछड़े और अगड़े वोटों की भूमिका अहम हो गयी है जिन पर बीजेपी नरेंद्र मोदी का जादू चलाना चाहती है। ये पक्का है कि मुलायम सिंह यादव के लिए ये सीट आसान नहीं है और हार-जीत के अंतर पर सबकी नजरें लगी हैं।
(देश मंथन, 23 अप्रैल 2014)