देश मंथन डेस्क
कालीघाट : देवी का प्रचंड रूप देखें

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
कोलकाता का कालीघाट क्षेत्र अपने काली माता के मन्दिर के लिए प्रसिद्ध है। कालीघाट काली मन्दिर देश के 51 शक्तिपीठों में से एक है।
लिंगराज मन्दिर : अद्भुत रचना, सौंदर्य और शोभा का संगम

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में स्थित है लिंगराज मन्दिर। यह इस शहर के प्राचीनतम मन्दिरों में से एक है।
भाजपा के लिए कठिन परीक्षा हैं उत्तर प्रदेश और बिहार के चुनाव

संजय द्विवेदी, अध्यक्ष, जनसंचार विभाग, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय :
लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश और बिहार की राजनीति का सिरमौर बनकर भारतीय जनता पार्टी ने केंद्र की सत्ता पर तो काबिज हो गयी है पर अब इन दोनों राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में उसकी साख दाँव पर है।
आदमी की गलतियाँ उसकी थाली के नीचे छुपी होती हैं

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
आज लिखने में देर होने की बहुत बड़ी वजह है मेरी पत्नी को ऐसा लगना कि मेरा वजन बढ़ गया है, और मैं खाने-सोने-जागने पर नियन्त्रण नहीं रखता।
कल रात घर में आलू-गोभी की दम वाली सब्जी बनी थी, पराठे बने थे। लेकिन मुझे उसमें से कुछ भी खाने को नहीं मिला।
बिहार चुनाव के उलझे समीकरण

संदीप त्रिपाठी :
बिहार विधानसभा चुनाव की आहट सुनायी देने लगी है। चुनाव आयोग भी यह संकेत दे रहा है कि सितंबर-अक्टूबर में चुनाव होंगे।
आजमाये हुए को दुबारा नहीं आजमाना चाहिए

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
ये संसार बुराइयों से भरा पड़ा है। ये संसार अच्छाइयों से भी भरा पड़ा है।
बिहार भाग्य-विधाता?

श्रीकांत प्रत्यूष, संपादक, प्रत्यूष नवबिहार
जनता परिवार का विलय का अधर में पड़ जाना और आरजेडी-जेडीयू के बीच गठबन्धन की संभावना का कमजोर होना, केवल लालू, नीतीश के लिए ही नहीं बल्कि बीजेपी के लिए और खासतौर पर बिहार की जनता के लिए भी एक बुरी खबर है।
मुंबई पुणे एक्सप्रेस वे पर रफ्तार का आनंद

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
देश की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई और महाराष्ट्र के सांस्कृतिक शहर पुणे को जोड़ता है मुंबई पुणे एक्सप्रेस वे। ये देश का पहला एक्सप्रेस वे है।
पर्मानेंट इलाज

संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :
मुझे खुद ही याद नहीं कि आज जो कहानी मैं आपको सुनाने जा रहा हूँ, उसे पहले आपको सुना चुका हूँ या नहीं।
गुरु गोबिंद सिंह की याद दिलाता है गुरुद्वारा दमदमा साहिब

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
वैसे तो दिल्ली प्रसिद्ध गुरुद्वारों में गुरुद्वारा शीशगंज साहिब, गुरुद्वारा बंगला साहिब, गुरुद्वारा रकाबगंज के बारे में सभी लोग जानते हैं। पर दिल्ली में और भी कई ऐतिहासिक गुरुद्वारे हैं। इनमें से एक है गुरुद्वारा दमदमा साहिब।
गुरुद्वारा दमदमा साहिब दक्षिण दिल्ली में हुमांयू के मकबरे के पीछे स्थित है।