देश मंथन डेस्क
इस गरमी पर एक छोटा-सा सवाल!

कमर वहीद नकवी, वरिष्ठ पत्रकार:
लोग गरमी से मर रहे हैं। अब तक अठारह सौ से ज्यादा लोग मर चुके हैं। खबरें छप रही हैं। लोग मर रहे हैं। सरकारें मुआवजे बाँट रही हैं।
आप क्यों चाहते हैं कि विरोधी भी करें मोदी-मोदी!

संजय द्विवेदी, अध्यक्ष, जनसंचार विभाग, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय :
भारतीय जनता पार्टी और उसकी सरकार इन दिनों इस बात के लिए काफी दबाव में है कि उसके अच्छे कामों के बावजूद उसकी आलोचना या विरोध ज्यादा हो रहा है।
बू अली शाह कलन्दर – दमादम मस्त कलन्दर

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
पानीपत का कलन्दर शाह की दरगाह हिन्दुओं और मुसलमानों के लिए समान रूप से श्रद्धा का केन्द्र है।
टूटे भरोसे को जोड़ने और आम नागरिकों के आत्मविश्वास की है मोदी सरकार

संजय द्विवेदी, अध्यक्ष, जनसंचार विभाग, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय :
नरेन्द्र मोदी सरकार के एक साल पूरे होने पर मीडिया में विमर्श, संवाद और विवाद निरन्तर है।
रास्ते हैं प्यार के, चलिये संभल के

संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :
मुझे यकीन है कि आप में से कोई न कोई कीनिया की मिस कुवी को जरूर जानता होगा। मिस कुवी पिछले साल भर से दोस्ती निवेदन मेरे पास भेज रही हैं।
अकेलापन है सजा

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
हमारे दफ्तर के एक साथी की पत्नी अपने दोनों बच्चों समेत पिछले हफ्ते भर से मायके गयी हैं।
जिस दिन मेरे साथी की पत्नी मायके जा रही थीं, वो बहुत खुश थे। उन्होंने दफ्तर में बाकायदा एनाउन्स किया कि अब वो दो हफ्ते छड़ा रहेंगे।
95 परसेंटवालों पे बंदिश

आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :
कक्षा बारह के रिजल्ट जब आते हैं, तब गर्मी का मौसम होता है। विकट गर्मी और आग उन बच्चों के लिए हो जाती है, जिनके कक्षा बारह में 40 से 60% के बीच कहीं आये हैं।
खेती के जरिये ही साकार होगा अच्छे दिन का सपना

श्रीकांत प्रत्यूष, संपादक, प्रत्यूष नवबिहार
26 मई 2016 नरेन्द्र मोदी सरकार और देश के 50 करोड़ माध्यम वर्ग के लिए खास होगा। मोदी के लिए इसलिए क्योंकि इसी दिन एक साल पहले वो सत्ता पर काबिज हुए थे और माध्यम वर्ग के लिए भी खास इसलिए कि उसने मोदी से अपने लिए अच्छे दिन लाने की उम्मीद से उन्हें सत्ता सौंपी थी।
चलता जीवन, बहता पानी

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
वैसे तो मेरे पास इतना समय नहीं है कि मैं रोज आइने में अपना चेहरा देख सकूँ। सुबह ब्रश करते हुए जितना दिख जाता है, उतना ही काफी है।
आईपीएल ने भारतीय क्रिकेट को दी नये कप्तानों की सौगात

पवन कुमार नाहर :
रविवार 24 मई को पेप्सी आईपीएल 2015 मुंबई इंडियंस की जीत के साथ खत्म हुआ। मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपर किंग्स को हरा कर इस साल का खिताब अपने नाम किया। हर साल की तरह इस साल भी आईपीएल से कई खिलाड़ियों को नाम, पहचान, शोहरत और फॉर्म मिलने के साथ-साथ हमारे सामने कई नये तथ्य और पहलू लाकर दिये हैं।