देश मंथन डेस्क
हुमायूँ का मकबरा : इससे मिली थी ताजमहल बनाने की प्रेरणा

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
दिल्ली का हुमायूँ का मकबरा ताज महल के जैसा खूबसूरत है। कुछ सामन्यताएँ ताजमहल और हुमायूँ के मकबरे में।
एक अमेरिका है और एक भारत

नदीम एस अख्तर, वरिष्ठ पत्रकार :
अमेरिका ओसामा बिन लादेन को मारने के अपने सबसे खुफिया अभियान के दस्तावेजों को सार्वजनिक कर देता है। उसे जनता के सामने ला देता है।
विराट की बदतमीजियों पर बीसीसीआई मजबूर क्यों

पवन कुमार नाहर
भारतीय टीम के उपकप्तान और रॉयल चैलेंजर्स के कप्तान विराट कोहली हमेशा सुर्खियों में रहते हैं।
सरकार के वादे और टूटती उम्मीदें

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
भोपाल में मेरे इतिहास की प्रोफेसर मिसेज मित्तल की आँखें ये पढ़ाते हुए चौड़ी हो जाती थीं कि फासिज्म ‘प्रचार’ पर बहुत जोर देता है।
आठ घरेलू खिलाड़ी रहे आईपीएल-8 की खोज

पवन कुमार नाहर
पेप्सी आईपीएल 2015 अपने अंतिम दौर में पहुँच चुका है। 24 अप्रैल को कोलकाता के ईडन गार्डन में पेप्सी आईपीएल का फाइनल खेला जाना है।
अभी धुंधली है विधान सभा चुनाव की तस्वीर

श्रीकांत प्रत्यूष, संपादक, प्रत्यूष नवबिहार
बिहार विधानसभा का चुनाव का बिगुल बज चूका है। चुनाव आयोग सितम्बर -अक्तूबर माह में चुनाव कराने की तैयारी में जुट गया है। लेकिन अभी तक राजनीतिक समीकरण साफ नहीं हैं। वैसे तो बीजेपी बनाम जनता परिवार के बीच की लड़ाई बनाने की तैयारी है। लेकिन वह अभी तक पूरी नहीं हो पाई है।
प्यार कैसे पनपे

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
ये बात ठीक से याद नहीं कि सबसे पहले किसने मुझे ये समझाया था कि हिन्दुस्तान में तीन ही नौकरी ऐसी हैं, जिनमें असली दबदबा है।
पहली नौकरी पीएम की, दूसरी सीएम की और तीसरी डीएम की। हमारे साथी कहा करते थे कि पीएम के पास देश चलाने का पावर होता है, सीएम के पास राज्य चलाने का और डीएम के पास जिला चलाने का। अगर राजाओं वाली जिन्दगी जीनी हो तो आईएएस बन जाओ और जीवन भर मौज करो।
मोदी जी ने विदेशी मोर्चे पर देश को निर्विवाद महिमा मंडित किया

पद्मपति शर्मा, वरिष्ठ खेल पत्रकार :
दो दिन पहले मैं एक चैनल पर कांग्रेस के प्रवक्ता मीम अफजल को सुन रहा था..कह रहे थे, ' भारतीय प्रधान मन्त्री विदेश दौरे को इवेंट क्यों बना देते हैं। इतनी हाइप हो जाती है कि दौरे का उद्देश्य ही उसमें गुम होकर रह जाता है।' अफजल साहब खुद राजनयिक रहे हैं।
एलीफैंटा में देखिए शिव की अनूठी मूर्ति

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
मुम्बई के गेटवे ऑफ इन्डिया से करीब 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एलीफैंटा की गुफाएँ दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं।
98.88% पर फेल

आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :
कभी सोचता हूँ कि सही टाइम पर धरती पर आ गये, और बहुत पहले ही स्कूल की शिक्षा से पार हो गये, इज्जत बच गयी।