देश मंथन डेस्क
आपको मिर्ची लगी तो कोई क्या करे

पद्मपति शर्मा, वरिष्ठ खेल पत्रकार :
कांग्रेस को वाकई 'बेचारा' ही कहा जाएगा.. जो अनाथ हो उसके लिए भारत में ऐसा ही संबोधन किया किया जाता है।
खादी का जलवा

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
हिन्दुस्तान में एक राज्य है मध्य प्रदेश। उसी से टूट कर एक और राज्य बना है छत्तीसगढ़।
रिटेल एफडीआई पर केन्द्र सरकार के यू-टर्न के मायने क्या हैं

संजय द्विवेदी, अध्यक्ष, जनसंचार विभाग, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय :
भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार ने खुदरा व्यापार में 51% एफडीआई के पूर्ववर्ती सरकार के निर्णय को जारी रखने का फैसला किया है।
सौ दिन, एक साल, दो सरकारें!

कमर वहीद नकवी , वरिष्ठ पत्रकार
दिल्ली दिलचस्प संयोग देख रही है। एक सरकार के सौ दिन, दूसरी के एक साल! दिलचस्प यह कि दोनों ही सरकारें अलग-अलग राजनीतिक सुनामियाँ लेकर आयीं। बदलाव की सुनामी! जनता ने दो बिलकुल अनोखे प्रयोग किये, दो बिलकुल अलग-अलग दाँव खेले।
जिसकी लाठी उसकी भैंस

संजय कुमार सिंह, संस्थापक, अनुवाद कम्युनिकेशन
मुझे लगता है 'मेक इन इंडिया' के लिए बाल मजदूरी जरूरी है।
पहाड़ों के देवता – माथेरन का पिसरनाथ मन्दिर

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
माथेरन में मुख्य बाजार से आगे पैदल चलते हुए हम लोग घने जंगलों में पहुँच जाते हैं।
ये वक्त गुजर जाएगा

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
रोज सुबह जगना और फिर लिखना मेरे नियम में शुमार हो चुका है।
पीएम, प्रेसिडेंट की जगह महापुरुषों तस्वीर क्यों नहीं?

श्रीकांत प्रत्यूष, संपादक, प्रत्यूष नवबिहार :
सुप्रीम कोर्ट ने सरकारी पैसे से मन्त्रियों और नेताओं की मार्केटिंग पर रोक लगा दी है।
अमर प्रेम

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
बचपन में मैं कुम्हार बनना चाहता था।
हर ‘आम’ में है कुछ खास

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
आम फलों का राजा है। आम सिर्फ स्वाद में ही बेहतर नहीं है बल्कि यह अनेक गुणों का खजाना है।