Monday, August 25, 2025

देश मंथन डेस्क

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लेण्याद्रि की बौद्ध गुफाएँ और गणपति

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :

पुणे नासिक रोड पर जुन्नर कस्बे के पास ऐतिहासिक लेण्याद्रि की गुफाएँ हैं। यहाँ कुल 321 खड़ी सीढ़ियाँ चढ़ कर गुफाओं तक पहुँचना पड़ता है। यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की ओर से संरक्षित स्मारक है।

अपने कर्म के सिद्धान्त को अमल में लायें

संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :

माँ, कल आपने कहा था कि मैं बहुत सी कहानियाँ सुनाऊँगी।”

“हाँ-हाँ, क्यों नहीं। अपने राजा बेटा को नहीं सुनाऊँगी तो किसे सुनाऊँगी।

शिवनेरी में हुआ था शिवाजी का जन्म

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :

छत्रपति शिवाजी यानी महाप्रतापी हिन्दू सम्राट। शिवाजी का जन्म हुआ था महाराष्ट्र के शिवनेरी के किले में।

भाव महत्वपूर्ण हो तो ‘मरा’ भी ‘राम’ होगा

संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :

मैंने बात सिर्फ अच्छे और बुरे पैसे की थी। मैंने सिर्फ इतना ही कहने की कोशिश की थी कि जिस तरीके से मनुष्य धन अर्जित करता है, वो तरीका ही धन की गुणवत्ता तय करता है। मैं जानता हूँ कि ये एक लंबे विवाद का विषय है। विवाद से भी अधिक ज्ञान और अज्ञान का विषय है।

डमरू वाले देवता शिव का भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :

शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से तीन महाराष्ट्र में पड़ते हैं। नासिक के पास त्रयंबकेश्वर, औरंगाबाद के पास  घुश्मेश्वर और पुणे के पास भीमाशंकर। पुणे से भीमाशंकर का रास्ता अत्यन्त मनोरम है। सह्याद्रि क्षेत्र की हरियाली के पग-पग पर दर्शन होते हैं। ये महाराष्ट्र का सबसे समृद्ध इलाका है।

गर्ल फ्रेंड्स ट्रेनिंग सेन्टर

आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :

क्षमा करें, पीएम मोदी जिन नौजवानों के भरोसे विदेशों से निवेशकों के निमन्त्रण भेज रहे हैं, उनके बारे में सारी रिपोर्टें सही नहीं हैं।

गलत गलत होता है, न वहाँ देर है, न अन्धेर

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक : 

मैं ऐसे कई लोगों को जानता हूँ जो खूब सिगरेट पीते हैं, शराब पीते हैं, जो दिल में आता है खाते हैं और स्वस्थ रहते हैं।

गीत गाया पत्थरों ने : अजन्ता

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :

यहाँ पत्थरों में सुनाई देता है संगीत। अनवरत संगीत। प्राणों को झंकृत कर देने वाला संगीत। जो अन्यत्र दुर्लभ है।

 सैकड़ों साल हजारों कलाकारों की अनवरत तपस्या की परिणति है अजन्ता की गुफाएँ।

अजन्ता की गुफाओं में बनी कलाकृतियों में हजारों शिल्पियों के श्रम और साधना को महसूस किया जा सकता है।

उलटे चाँद के देश में!

कमर वहीद नकवी , वरिष्ठ पत्रकार :

जिस देश में चाँद उलटा निकल सकता है, हम उस देश के वासी हैं! बात अफवाह की नहीं है, जो अभी आये भूकम्प के बाद फैली और तेजी से फैली, लेकिन उतनी ही तेजी से खारिज भी हो गयी। बात अफ़वाह के बहुत आगे की है! और बात मामूली नहीं, बहुत गहरी है।

चोरी का धन मोरी (नाली) में जाता है

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक : 

सुबह से उठ कर फोन पर लगा था। इसी चक्कर में आज जो लिखने का मन था, वो लिख नहीं पाया और जो लिख रहा हूँ उसे लिखने का मन नहीं। पर मैं भी क्या करूँ, पहले ही बता चुका हूँ कि रोज-रोज फेसबुक पर लिखना सिर्फ मेरे मन पर नहीं निर्भर करता। ये कोई और है जो मुझसे लिखवाता है, मैं निमित मात्र बन कर टाइप करता चला जाता हूँ।