देश मंथन डेस्क
स्नान करने लायक नहीं रहा गोदावरी का जल

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
नांदेड की दूसरी सुबह। मैं और अनादि टहलने निकलते हैं। चलते - चलते जा पहुँचते हैं गोदावरी तट पर। पर यहाँ गोदावरी नदी के जल को देख कर निराशा होती है।
जनता परिवार : आर्थिक – पारिवारिक फोरम

सुशांत झा, पत्रकार :
जनता परिवार के विलय में वहीं भावना छुपी है, जो आखिरी घड़ी में दिल्ली बीजेपी में किरण बेदी की ताजपोशी में छुपी थी।
चिंता की चिंता छोड़िए और मस्त रहिए

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
मेरी बुआ ने यह कहानी मुझे सुनायी थी। डेल कारनेगी ने पढ़ाई थी। माँ ने अमल करना सिखाया था। पत्नी इस पर अमल कराती है।
अब इतना लिख दिया तो वो कहानी फिर से आपको सुना ही दूँ, जिसे आप कम से कम एक हजार बार सुन चुके होंगे।
अदभुत, अनूठा है गोबिंद बाग का लेजर शो

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
एक घंटे में पूरे सिख इतिहास की कहानी। दस गुरुओं की कहानी। बलिदान की कहानी।
छहधड़ा पार्टी में अपनी-अपनी मलाई

संदीप त्रिपाठी :
जनता दल से निकले छह समाजवादी धड़े मोटा-मोटी 25 साल बाद फिर एकजुट हो गये। मुलायम सिंह यादव इस एकजुट धड़ा पार्टी के अध्यक्ष बनाये गये हैं। यह खबर पिछले पाँच महीने से घोषित हो रही है।
दलित हो तो दावत खिलाओ

विकास मिश्रा, आजतक
रामभरोसे दरवाजा खोलो, मैं नेता सुर्तीलाल।
रामभरोसे - नेताजी आज गरीब के घर का रास्ता कैसे भूल गये।
विदेशी निवेश की सीमा और नया नाम प्रेसटीट्यूट

संजय कुमार सिंह, संस्थापक, अनुवाद कम्युनिकेशन
एबीपी न्यूज पर व्यक्ति विशेष में सनी लियोन पर कार्यक्रम दिखाये जाने की खबर सुनकर मुझे वो दिन याद आ रहे हैं जब स्टार टीवी आधिकारिक तौर पर भारत नहीं आया था। उस समय इसका विरोध करने वाले कहते थे कि भारतीय संस्कृति खराब करेगा। बाद में स्टार टीवी भारत आया, एक भारतीय कंपनी के साथ रहा – काम किया।
गुमनामी बाबा ‘ नेताजी’ से एक यादगार मुलाकात

पद्मपति शर्मा, वरिष्ठ खेल पत्रकार :
यह पोस्ट दो बरस पहले नेताजी की जयंती पर लिखी थी। पिछले दिनो नेताजी से जुड़ी गोपनीय फाइलों में दो के सार्वजनिक होने के बाद इस रहस्योद्घाटन से कि सुभाष बाबू के परिजनों की 1948 से 1968 तक तत्कालीन भारत सरकारें जासूसी कराती रहीं, देश मे हड़कंप मच गया है।
सीखने के लिए ईमानदारी जरूरी

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
एप्पल कम्प्यूटर, आईफोन, आईपैड और आईपॉड जैसे खिलौने पूरी दुनिया को देने वाले स्टीव जॉब्स अपने कॉलेज के दिनों में जब पहली बार यूँ ही भारत भ्रमण पर आए थे तो यहाँ के अध्यात्म को अपने साथ ले गये थे।
संचार और मनोरंजन के वो तमाम खिलौने, जिनसे पूरी दुनिया भविष्य में खेलने वाली थी, वो जिन दिनों स्टीव जॉब्स के दिल और दिमाग में आकार ले रहे थे, उस दौरान स्टीव एक दिन के लिए भी भारत के गौरवपूर्ण अध्यात्म को नहीं भूले।
श्री हुजुर साहिब (नांदेड़) की ओर

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
अमृतसर से नांदेड़ को जोड़ती है दैनिक चलने वाली सचखंड एक्सप्रेस। बड़ी संख्या में हर रोज पंजाब के श्रद्दालु हुजुर साहिब के लिए इस ट्रेन से रवाना होते हैं। एक दिन दिल्ली से हम भी इस रेल के मुसाफिर बन गये।



विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
सुशांत झा, पत्रकार :
संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
संदीप त्रिपाठी :
विकास मिश्रा, आजतक
संजय कुमार सिंह, संस्थापक, अनुवाद कम्युनिकेशन
पद्मपति शर्मा, वरिष्ठ खेल पत्रकार : 




