देश मंथन डेस्क
शहीद नहीं, बलि के बकरे थे रोहित वेमुला और रामकिशन ग्रेवाल!

अभिरंजन कुमार, पत्रकार :
रोहित वेमुला और अब रामकिशन ग्रेवाल - इन दोनों ने कथित रूप से खुदकुशी की। एक आतंकवादी याकूब मेमन का समर्थक था, लेकिन तथाकथित खुदकुशी के बाद उसे दलित चेतना का प्रतीक घोषित कर दिया गया। दूसरा एक पूर्व फौजी था, जिसने कांग्रेस के 10 साल के शासन में orop लागू नहीं होने पर खुदकुशी नहीं की, लेकिन जब यह काफी हद तक लागू हो गया है, तब खुदकुशी कर ली।
जो आतंकी मारे गये, उन्हें जान तो लें

आवेश तिवारी, पत्रकार :
अगर भोपाल में मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों की करतूतों को लिखना शुरू करूँ तो एक पूरा उपन्यास बन जायेगा। कुछ मित्रों का कहना है कि किसी अंडरट्रायल को आतंकी घोषित कैसे किया जा सकता है? बिल्कुल किया जा सकता है।
तेरे ‘मासूम’ सवालों से हैरान हूँ मैं

राजीव रंजन झा :
मध्य प्रदेश की भोपाल जेल से भागे आठ आतंकवादियों की मुठभेड़ में हुई मौत के बाद तमाम राजनीतिक दल और कथित रूप से उदार विचारधारा वाले लोगों की तरफ से सवालों की बौछार शुरू हो गयी है। सवाल पूछने वालों की नीयत चाहे जो भी हो, मध्य प्रदेश सरकार को इन सवालों के जवाब जरूर देने चाहिए।
कहानी इत्तेफाक की

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
सुनिए, आज एक कहानी इत्तेफाक की सुनिए। आज एक लड़का और एक लड़की की कहानी सुनिए।
आतंक के एटीएम

आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :
संयुक्त राष्ट्र संघ में पाक पीएम नवाज शरीफ ने बताया-जी हम तो आतंक के विरोधी हैं। हम तो आतंक के खिलाफ कार्रवाई करते हैं आगे भी करेंगे।
दुश्मन को मारने से पहले अपनी चारदीवारी को मजबूत करो

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
हो सकता है आप में से कुछ लोग 11 सितंबर 2001 को न्यूयार्क में हुए आतंकवादी हमले के चश्मदीद रहे हों। हो सकता है बहुत से लोग न रहे हों। लेकिन मैं रहा हूँ। मैंने 11 सितंबर 2001 में अमेरिका पर हुए आतंकवादी हमले को बहुत करीब देखा और जिया है। मैं चश्मदीद हूँ उस हमले का और हमले में मरे दस हजार लोगों के शव का।
कैसे सुलझे गुत्थी पाकिस्तान की?

क़मर वहीद नक़वी, पत्रकार :
जो सबसे आसान काम था, वही हमने अब तक नहीं किया। हमने पाकिस्तान को व्यापार के लिए 'एमएफएन' यानी 'मोस्ट फेवर्ड नेशन' का दर्जा दे रखा है। इसे हमारी सरकार आसानी से वापस ले सकती है। लेकिन फिलहाल सरकार ने ऐसा नहीं किया।
मुस्लिम आबादी मिथ, भाग-दो!

क़मर वहीद नक़वी, पत्रकार :
बिहार के हिन्दुओं की जनसंख्या वृद्धि दर तमिलनाडु के हिन्दुओं के मुकाबले दुगुनी क्यों है? और केरल के मुसलमानों की जनसंख्या वृद्धि दर उत्तर प्रदेश के मुसलमानों के मुकाबले आधी क्यों है? केरल और लक्षद्वीप बड़ी मुस्लिम आबादीवाले राज्य हैं।
पुत्रों के शव को कंधों पर उठाने का अफसोस करना है, तो युद्ध से पहले सोचें

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
“सुनो कृष्ण, क्या तुम जानते हो कि इस संसार में सबसे बड़ा बोझ क्या है?”
“आप ही कहें, धर्मराज।”
शहाबुद्दीनवादी सरकार क्या समझेगी शहादत का मोल…

अभिरंजन कुमार, पत्रकार :
बिहार के अमर शहीद अशोक सिंह की पत्नी और हमारी बहन संगीता ने शहीदों को दिए जाने वाले मुआवजों को लेकर जो सवाल उठाए हैं, उसने हमारी कई सरकारों और राजनीतिक दलों की बेशर्मी और फूहड़पने की पोल खोल कर रख दी है।



अभिरंजन कुमार
राजीव रंजन झा :
संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :
क़मर वहीद नक़वी, पत्रकार :




