Friday, November 22, 2024

राजीव रंजन झा

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अखिलेश ने कैसे मनाया राहुल को

अखिलेश ने राहुल को कहा - जो मिल रहा है उतने में मान जा, वरना... 

जहाँ मोदी का खौफ होता है…

जहाँ प्यार होता है,

वहाँ बंधन होता है,

क्या ईश-निंदा है आरक्षण पर विचार-विमर्श?

राजीव रंजन झा : 

जब तक भेदभाव है, तब तक आरक्षण खत्म नहीं होगा। यह बात दलित नेत्री मायावती भी कहती हैं, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के तमाम नेता भी कहते हैं। संघ ने भी यही कहा है, हालाँकि संघ के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य की एक टिप्पणी विवाद का केंद्र बनी है।

ब्राह्मणों को छोड़ कर सबको आरक्षण!

राजीव रंजन झा :  वर्ण व्यवस्था के क्रम में ब्राह्मण सबसे ऊपर रखे गये थे, उनके बाद क्षत्रिय। खुद को क्षत्रिय कहने वाली बहुत-सी...

भाजपा के नेता सेट कर रहे बेटे-बेटियों को

राजीव रंजन झा : 

कांग्रेस में नेहरू जी के बाद कौन? इंदिरा जी। 

इंदिरा जी के बाद कौन? संजय जी। 

संजय जी की विमान दुर्घटना में मौत, अब कौन? राजीव जी।

राजीव जी के बाद कौन? सोनिया जी। 

सोनिया जी के बाद कौन? राहुल जी। 

राहुल जी नहीं चल रहे तो साथ में या विकल्प के रूप में कौन? प्रियंका जी। 

सपा के लठबाजी प्रहसन के फलितार्थ

राजीव रंजन झा : 

उनके 'नेताजी' (हमारे नेताजी तो एक ही हैं, आजादी से पहले वाले) भी पार्टी में हैं। चच्चा भी पार्टी में हैं। चच्चा चुनाव भी लड़ेंगे। सबकी सूचियों का भी मिलान हो रहा है, सबका मान रखा जा रहा है। पार्टी भी एक है। चुनाव चिह्न भी सलामत है। बस बीच में डब्लूडब्लूई स्टाइल में जबरदस्त जूतमपैजार की नौटंकी से जनता का दिल खूब बहलाया गया। इस नौटंकी के नतीजे - 

बीच सड़क पर हनुमान चालीसा पाठ

संदीप त्रिपाठी : 

राजधानी दिल्ली में मंगलवार (30 अगस्त 2016) की शाम आठ बजे लक्ष्मीनगर मेट्रो से निर्माण विहार मेट्रो की ओर जाने पर कुछ ही दूर पर एक अजीब नजारा दिखा।

क्या विजय रुपानी को मिलेगा जन्मदिन का तोहफा?

राणा यशवंत, प्रबंध संपादक, इंडिया न्यूज :

आनंदी बेन ने पद छोड़ने की इच्छा फेसबुक पर ज़ाहिर की, यह अपनी तरह की पहली घटना है। गुजरात में भाजपा कई सवालों में है और अगर अगले साल वह गुजरात हारती है तो प्रधानमंत्री मोदी के लिए उनके पाँच साल के कार्यकाल की (मैं अगले ढाई साल भी जोड़ ले रहा हूँ) यह सबसे बड़ी हार होगी। और, 2019 की मोदी की लड़ाई को बहुत कमजोर भी करेगी।

शाह फैसल का यूँ डरना बहुत लाजिमी है

भुवन भास्कर, पत्रकार

फेसबुक पर अपनी टिप्पणियों से पिछले दिनों में चर्चा में आये 2009 के आईएएस टॉपर शाह फैसल ने इंडियन एक्सप्रेस में एक लेख लिखा है।