Thursday, August 21, 2025

Sam

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खेल नहीं धंधा, गलीज और गंदा

प्रेम शुक्ला, वरिष्ठ पत्रकार :

ब्राजील में ‘फीफा’ का फुटबॉल विश्व कप प्रारंभ हो चुका है। दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल फुटबॉल माना जाता है और 200 से ज्यादा देशों में यह खेला जाता है। ‘फीफा’ के सदस्य देशों की संख्या ही 209 है जो संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों की संख्या को मात देती है।

कैसा हो सुबह का नाश्ता

माधवी रंजना :

भारत विविधताओं का देश है। यहाँ हर प्राँत में सुबह भी अलग अलग तरीके से होती है। अब आप सुबह के नाश्ते को ही लीजिए तो पंजाब में कुछ और बात है बिहार में कुछ और तो दक्षिण भारत में कुछ और।

नेता विपक्ष- परंपरा, धारा और भावना का इम्तहान

रवीश कुमार, वरिष्ठ टेलीविजन एंकर :

किसी भी लोकतंत्र की प्रतिनिधि संस्था में विपक्ष और उसके नेता की भूमिका भी साफ साफ होनी चाहिए। मौजूदा लोकसभा के संदर्भ में नेता विपक्ष को लेकर जो विवाद हो रहा है और उस पर जो लेख लिखे जा रहे हैं उन सभी को पढ़ते हुए यही लग रहा है कि नेता विपक्ष को लेकर स्पष्ट व्याख्या नहीं है।

फेंडा ऑडियो (एफऐंडडी) ने किया ‘एफ1200यू’ लॉन्च

फेंडा ऑडियो (एफऐंडडी), जो कि साउंड टेक्नोलॉजी है, ने ‘एफ1200यू‘ होम थिएटर स्पीकर को लॉन्च कर 4.1 स्पीकर श्रेणी में कदम रखा है।

तुम डाल-डालः हम पात-पात!

डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों को जैसी हिदायतें दी है, वैसी किसी भी प्रधानमंत्री ने आज तक अपने मंत्रियों को नहीं दी हैं। मंत्री और सांसद, अपनी संपत्ति का ब्यौरा प्रधानमंत्री को दें, यह अब घिसी-पिटी बात हो गयी हैं।

हवाई किले और आम जनता

डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के मुँह से यह सुनकर कितना अच्छा लग रहा था कि यह ‘मेरी सरकार’ है। प्रणब दा के अलावा कोई और व्यक्ति नरेंद्र मोदी की सरकार को ‘मेरी सरकार’ कह देता तो इतना अजूबा नहीं होता।

संस्कृत में सिर्फ शपथ काफी नहीं

डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :

इस बार हमारी संसद में जितने मंत्रियों और सांसदों ने संस्कृत में शपथ ली, उतनों ने पहले कभी नहीं ली। यह महत्वपूर्ण बात हैं इसका मोटा कारण तो यही है कि भाजपा के सदस्यों की संख्या इस बार सबसे ज्यादा है।

मोदी की एतिहासिक भाषाई पहल

डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक : 

नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही वह चमत्कारी काम कर दिया, जो अब तक भारत का कोई प्रधानमंत्री नहीं कर सका। उन्होंने पड़ोसी देशों के नेताओं को भारत तो बुलाया ही, उनसे हिंदी में ही बात की। ये दोनों काम ऐसे हैं, जिनके लिए मैं पिछले कई वर्षों से लड़ रहा हूँ।

दूसरे मनमोहन की तलाश!

डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक : 

यदि नवीन पटनायक और जयललिता पहली मुलाकात में ही नरेंद्र मोदी के साथ गठबंधन में बंध जाते तो उनके राज्यों में उनकी काफी हैठी होती।

बड़ी कुर्सी और बड़ा आदमी!

डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :

प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी रोज ही एक-दो काम ऐसे कर रहे हैं कि जिनकी सराहना किए बिना नहीं रहा जा सकता। मोदी का निर्देश था कि मंत्री और सांसद अपने रिश्तेदारों को निजी सहायक बनाना बंद करें। इस निर्देश का तत्काल असर हुआ।