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बिहटा 7.86

अखिलेश शर्मा, वरिष्ठ संपादक (राजनीतिक), एनडीटीवी :
पटना पीछे छूट गया है। गाड़ी तेज़ी से बनारस की ओर भाग रही है। सड़क के दोनों ओर खेतों की हरियाली अब सोने में बदल चुकी है। गेहूं कटने लगा है।
ओबामा के पद चिह्नों पर मोदी का प्रचार

रवीश कुमार, वरिष्ठ टेलीविजन एंकर :
अमरीका में 2008 में राष्ट्रपति का चुनाव हो रहा था। ओबामा अपने विज्ञापन की टीम के साथ बातचीत कर रहे थे। एक बड़े बैंकिंग फर्म के ध्वस्त होने की अफवाह जोरों पर थी।
कभी साजिश के तहत दिल्ली से गुजरात भेजे गये थे मोदी !

पुण्य प्रसून बाजपेयी, कार्यकारी संपादक, आजतक :
'भागवत कथा' के नायक मोदी यूँ ही नहीं बने। क्या नरेंद्र मोदी के विकास मॉडल के पीछे आरएसएस ही है। क्या आरएसएस के घटते जनाधार या समाज में घटते सरोकार ने मोदी के नाम पर संघ को दाँव खेलने को मजबूर किया।
इति श्री रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) पुराण

आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :
अमेरिका के अखबार वाल स्ट्रीट जनरल ने रॉबर्ट वाड्रा की जमीन की बात की है। भारतीय मीडिया रॉबर्ट वाड्रा की जमीन की बात करता रहता है। इतनी जमीन, उतनी कितनी जमीन, कांग्रेस में उनसे ज्यादा जमीन से जुड़ा नेता कौन है, बतायें?
आजादी के बाद मुसलमानों की अग्नि-परीक्षा !

पुण्य प्रसून बाजपेयी, कार्यकारी संपादक, आजतक :
1952 में मौलाना अब्दुल कलाम आजाद को जब नेहरु ने रामपुर से चुनाव लड़ने को कहा तो अब्दुल कलाम ने नेहरु से यही सवाल किया था कि उन्हें मुस्लिम बहुल रामपुर से चुनाव नहीं लड़ना चाहिये।
भाजपा मुसलमानों से दूर, या मुसलमान भाजपा से दूर?

राजीव रंजन झा :
भाजपा पर यह आरोप रहा है कि वह मुसलमानों से दूरी बनाये रखती है। उसका अब तक का चाल-चरित्र-चेहरा बताता है कि इस आरोप को निराधार नहीं कहा जा सकता।
तीन देवियों से मोदी की टक्कर

अखिलेश शर्मा, वरिष्ठ संपादक (राजनीतिक), एनडीटीवी :
वो अगर तूफान के पहले की खामोशी थी तो तूफान आने के बाद एहसास हुआ कि उस खामोशी के पीछे क्या राज था। बात तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता की हो रही है जिन्होंने आखिरकार नरेंद्र मोदी और गुजरात के विकास मॉडल पर अपनी चुप्पी तोड़ ही दी।
बनारस का विरोध रस

रवीश कुमार, वरिष्ठ टेलीविजन एंकर :
बनारस इस चुनाव का मनोरंजन केंद्र बन गया है। बनारस से ऐसा क्या नतीजा आने वाला है जिसे लेकर कृत्रिम उत्सुकता पैदा की जा रही है।
जोर से बोलो तो जमाना सुनेगा

रवीश कुमार, वरिष्ठ टेलीविजन एंकर :
नफासत का ओढ़ा हुआ पुलिंदा लग रहा था। शख्स की ज़ुबान से नाम ऐसे छलक रहे थे जैसे महल की सीढ़ियों से शख्सियतें उतर रही हों।
मोदी के मुकाबले एक बेहतर मोदी

डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :
नरेंद्र मोदी ने किसी टीवी चैनल पर यह जो कहा कि उनकी सरकार प्रतिशोध की भावना से काम नहीं करेगी, यह अपने आप में बड़ी बात है।