Shiv Om Gupta
कौन उलझा रहा है मोदी को विवादों में?

शिव ओम गुप्ता :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चंद दिनों के अंदर अपने दल के सांसदों को सँभल कर बोलने की नसीहत देनी पड़ गयी। मंगलवार 16 दिसंबर को भाजपा के संसदीय बोर्ड की बैठक में उन्होंने सांसदों को सचेत किया कि वे 'लक्ष्मण रेखा' पार न करें।
स्कूल गये ‘अच्छे बच्चे’ फिर लौटकर नहीं आये!

मनीषा पांडे, फीचर संपादक, इंडिया टुडे :
सब बच्चे-बच्चे थे। बिलकुल बच्चों जैसे थे। सबके छोटे-छोटे झगड़े थे, छोटी-छोटी लड़ाइयां। किसी की रोज की तरह मां से झक-झक हुयी होगी। "उठो, स्कूल का टाइम हो गया" और उसे गर्म रजाई से बाहर निकलना दुनिया की सबसे बड़ी सजा लग रही होगी।
ताबूत में बंद बच्चे अपने हुक्मरानों से पूछ रहे हैं!

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
26 जनवरी, वर्ष 2001 को मैं अहमदाबाद में था। नहीं, अहमदाबाद में था नहीं, दोपहर में वहाँ पहुंच गया था।
बॉलीवुड : फिल्में फ्लॉप, गोविंदा हिट!

शिव ओम गुप्ता :
कभी बॉलीवुड फिल्मों के हीरो नंबर-1 रहे गोविंदा की सेकेन्ड इनिंग भले ही उतनी जायकेदार नहीं रही हो, लेकिन गोविंदा के स्टारडम में अभी भी कोई कमी नहीं आयी है। दिलचस्प बात यह है कि गोविंदा फ्लॉप के लिए खुद को कसूरवार भी नहीं मानते है।
पूरे 12 घंटे ट्रांसफर हो सकेंगे ऑनलाइन फंड!

देश मंथन डेस्क :
अब रात के 8 बजे भी सैलरी एकाउंट में फंड ट्रांसफर की घंटी बजे तो चौंकियेगा नहीं, क्योंकि रिजर्व बैंक ने ऑनलाइन फंड ट्रांसफर सुविधा की अवधि को बढ़ा दिया है। यानी अब ऑनलाइन बैंकिंग के जरिये पूरे 12 घंटे आप फंड ट्रांसफर कर सकेंगे।
जब सत्ता ही देश को ठगने लगे तो!

पुण्य प्रसून बाजपेयी, कार्यकारी संपादक, आजतक :
एक तरफ विकास और दूसरी तरफ हिन्दुत्व। एक तरफ नरेन्द्र मोदी दूसरी तरफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ। एक तरफ संवैधानिक संसदीय राजनीति तो दूसरी तरफ हिंदू राष्ट्र का ऐलान कर खड़ा हुआ संघ परिवार। और इन सबके लिये दाना-पानी बनता हाशिये पर पड़ा वह तबका, जिसकी पूरी जिन्दगी दो जून की रोटी के लिये खप जाती है।
महिला कैब में सुरक्षित होंगी दिल्ली की महिलाएं?

शिव ओम गुप्ता :
राजधानी में उबर कैब के ड्राइवर शिव कुमार यादव द्वारा कैब में सवार लड़की से बलात्कार की घटना से सबक लेते हुए दिल्ली पुलिस अब महिला कैब ड्राइवरों के बेड़े को सड़कों पर उतारने जा रही है।
सिडनी बंधकः कठिन बीमारी का इलाज नश्तर से ही होता है

संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :
जिन दिनों मैंने 'शक्ति' फिल्म देखी थी, मैं बहुत दुविधा में था। पुलिस अधिकारी पिता दिलीप कुमार के इकलौते बेटे अमिताभ बच्चन को बचपन में कुछ अपराधी किडनैप कर लेते हैं। फिर दिलीप कुमार से फोन पर सौदेबाजी करते हैं। दिलीप कुमार अपने बेटे के बदले भी उन अपराधियों को छोड़ने को तैयार नहीं होते, जिनके लिए ये सारा ड्रामा रचा गया होता है।
बलात्कार: कानून बनाने के अलावा सरकार ने क्या किया?

क़मर वाहिद नक़वी, वरिष्ठ टीवी पत्रकार :
कागज का आविष्कार न हुआ होता, तो सरकारें कैसे चलतीं? दिलचस्प सवाल है! कल्पना कीजिए। आप भी शायद इसी नतीजे पर पहुँचेंगे कि कागज के बिना सरकार चल ही नहीं सकती!
अनिल अंबानी को नहीं रास आ रहा सिनेमा कारोबार

देश मंथन डेस्क :
कई हॉलीवुड फिल्म और बॉलीवुड फिल्में प्रोड्युस कर चुके मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी का सिनेमा व्यवसाय से मोह भंग हो गया है और उन्होंने लगभग इससे नाता तोड़ लिया है।