रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण के लिए बजट दोगुना हुआ

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विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :

– किफायती सफर के कारण रेल मंत्री का विद्युतीकरण पर खास जोर

– 1600 किमी इलेक्ट्रिक लाइनों पर परिचालन शुरू होगा इस साल

रेलमंत्री सुरेश प्रभु का खास जोर रेलवे में विद्युतीकरण पर है। उन्होंने 2016-17 के लिए पेश बजट में इसके लिए ज्यादा फंड का प्रावधान किया है। इसके तहत आने वाले वित्तीय वर्ष में 2000 किलोमीटर नई रेलवे लाइनों को विद्युतीकृत करने का प्रस्ताव किया गया है। हालाँकि पहले हर साल एक हजार किलोमीटर का ही अधिकतम लक्ष्य रखा जाता था।

रेलमंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा कि इस साल विद्युतीकृत हो चुकी 1600 किलोमीटर लाइन को चालू किया जाएगा जो अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड होगा। रेल मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा कि बिजली के इंजन से रेल चलाना अधिक पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ ही लागात की लिहाज से किफायती भी है। समान्य कामकाज की गति से अगर विद्युतीकरण हो तो निर्धारित लक्ष्य तक पहुंचने में 15 साल तक लग जाएँगे। पर अधिक वित्त पोषण और तकनीक में ऊर्जा मंत्रालय की भागीदारी से इलेक्ट्रिफिकेशन में कई गुना तेजी लाई जाएगी।

अगले वित्तीय वर्ष में रेल विद्युतीकरण के लिए परियोजना व्यय को 50% बढ़ाया गया है जिससे दो हजार किलोमीटर नई लाइनों का विद्युतीकरण हो सकेगा। 12वीं पंचवर्षीय योजना में 2012 से 2015 के बीच 4042 किलोमीटर रेलमार्ग का विद्युतीकरण किया गया जबकि लक्ष्य 6500 किलोमीटर का लक्ष्य रखा गया था। देश के कुल रेल नेटवर्क का तकरीबन 60% हिस्सा अभी विद्युतीकृत नहीं हैं। इन मार्गों पर डीजल चलित लोकोमोटिव से गाड़ियों का परिचालन होता है।

देश के प्रमुख बड़े शहरों को जोड़ने वाले सात रेल नेटवर्क में से अभी भी मुंबई से चेन्नई का रेल मार्ग पूरी तरह विद्युतीकृत नहीं है। रेलवे ने साल 2008-09 में हर साल एक हजार किलोमीटर मार्ग को विद्युतीकृत करने का लक्ष्य रखा था। पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने इस साल इसे दोगुना करने का प्रस्ताव किया है। रेलवे ने विद्युतीकरण को तेजी से लागू करने के लिए 1979 में केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन का गठन किया, जिसका मुख्यालय इलाहाबाद में है।

रेल विद्युतीकरण की हकीकत

– 26,269 किलोमीटर रेलमार्ग ही विद्युतीकृत था मार्च 2015 तक

– 65,000 किलोमीटर से ज्यादा लंबा रेलवे नेटवर्क है भारत के पास

– 40% के करीब रेलमार्ग को विद्युतीकृत किया जा चुका है

– 51.2% यात्री विद्युतीकृत मार्ग पर सफर करते हैं

– 65% माल ढुलाई इलेक्ट्रिफाईड नेटवर्क से होती है

– 1925 में भारत में पहली रेलवे लाइन का विद्युतीकरण हुआ

– 388 किलोमीटर विद्युतीकरण हुआ था 1947 में आजादी के समय तक 

(देश मंथन, 29 मार्च 2016)

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