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दागियों पर बनी फिल्म फ्लाप हो जाए

पद्मपति शर्मा, वरिष्ठ खेल पत्रकार :
13 मई को रिलीज होने जा रही फिल्म अजहर के प्रमोशन के दौरान एक टीवी चैनल से पूर्व भारतीय कप्तान और कांग्रेसी सांसद रह चुके 'दागी' अजहर का वाक आउट कोई चौंकाने वाली घटना नहीं थी बल्कि यह तो होना ही था।
सिर्फ बिरयानी और फिल्में

आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :
पाकिस्तान से खबरें आ रही हैं, जिनके मुताबिक पाकिस्तान सरकार का कहना है कि पठानकोट में आतंकीकांड भारत सरकार ने खुद ही कराया है। पाकिस्तानी बयान के कुछ अंश इस प्रकार हैं-
इत्ते विवाहों के बावजूद

आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :
प्रेम भाई उर्फ सलमान खान फिर हाजिर हैं, राजश्री की फिल्म- 'प्रेम रतन धन पायो में।'
मुगल बादशाह के स्वागत में बना था जहाँगीर महल

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
अत्यंत भव्य जहाँगीर महल ओरछा के राजमहल का प्रमुख हिस्सा है। इस महल का एह हिस्सा शीशमहल होटल में तब्दील कर दिया गया है। जहाँगीर महल के बारे कहा जाता है कि इस भव्य महल को ओरछा के राजा वीर सिंह देव प्रथम (1505 से 1527) ने शहंशाह जहाँगीर के स्वागत में बनवाया था।
गोल्डेन बीच चेन्नई की तिलिस्मी दुनिया

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
चेन्नई शहर के बाहरी इलाके में स्थित है गोल्डेन बीच की तिलिस्मी दुनिया। चेन्नई घूमने वालों की यह खास पसन्द है। गोल्डेन बीच को आप तमाम हिन्दी और दक्षिण भारतीय फिल्मों में देख चुके हैं। यह निजी तौर पर विकसित किया गया समुद्र तट है जहाँ पर कई घंटे परिवार के साथ घूमने का आनन्द लिया जा सकता है।
गुणों का कंगाल होता है विलेन

संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :
हीरो की माँ, बहन और पत्नी या प्रेमिका तीनों खंभे से बंधी हुयी हैं। हीरो कई-कई पहलवानों से घिरा है।
आदमी की गलतियाँ उसकी थाली के नीचे छुपी होती हैं

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
आज लिखने में देर होने की बहुत बड़ी वजह है मेरी पत्नी को ऐसा लगना कि मेरा वजन बढ़ गया है, और मैं खाने-सोने-जागने पर नियन्त्रण नहीं रखता।
कल रात घर में आलू-गोभी की दम वाली सब्जी बनी थी, पराठे बने थे। लेकिन मुझे उसमें से कुछ भी खाने को नहीं मिला।
हौसले और अभ्यास से मिलती है उड़ान

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
पिताजी के साथ बड़ौदा में आखिरी फिल्म मैंने ‘रंगीला’ देखी थी।
पता नहीं क्यों पिताजी को फिल्म बहुत पसंद आयी थी। जब हम फिल्म देख कर लौट रहे थे, तो पिताजी ने कहा कि इस फिल्म में उर्मिला मातोंडकर ने बहुत अच्छी एक्टिंग की है।
अनुष्का के कंधों पर एनएच10 (NH10)

नीरज गुप्ता, राष्ट्रीय ब्यूरो चीफ, आईबीएन 7 :
‘आदमी कुत्ते होते हैं और औरतें बिल्लियाँ’... अनुष्का शर्मा की NH10 खत्म होते-होते जनसत्ता में बरसों पहले पढ़ी प्रियदर्शन साहब का यह लेख मेरे जेहन में टहलने लगा। लेख का लब्बोलबाब यूँ कि कुत्ता आप पर भौंकता-गुर्राता है।
पहलाज की पहल का समर्थन होना चाहिए

अभिरंजन कुमार :
फिल्मों में गालियों के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाने की पहलाज निहलानी की पहल काबिल-ए-तारीफ है।