Tag: विद्युत प्रकाश मौर्य
राजगीर में गुरुद्वारा शीतल कुंड में पहले गुरु की स्मृतियाँ हैं
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
राजगीर अपने ऐतिहासिक कारणों से प्रसिद्ध है। पर बहुत कम लोगों को ही जानकारी होगी कि राजगीर में सिखों के पहले गुरु गुरुनानक जी ने प्रवास किया था। यहाँ उनकी स्मृति में एक गुरुद्वारा भी है। पहले गुरु ने इस ऐतिहासिक स्थल पर 1506 ई. विक्रम संवत में प्रवास कर इस जगह को धार्मिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण बना दिया।
बेटे ने माँ की याद में बनवाया मकबरा
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
औरंगाबाद शहर की पहचान बीबी का मकबरा। पर यहाँ हरियाली कुछ ज्यादा है।
बावन दरवाजों वाला शहर
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
तपोवन एक्सप्रेस दोपहर ढाई बजे औरंगाबाद रेलवे स्टेशन पर दस्तक दे देती है। रेलवे स्टेशन की बाहरी साज सज्जा देखकर ही लग जाता है कि हम किसी ऐतिहासिक शहर में आ गये हैं। रेलवे स्टेशन से आधे किलोमीटर की दूरी पर बंसीलाल नगर में हमारा होटल है श्री माया।
स्नान करने लायक नहीं रहा गोदावरी का जल
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
नांदेड की दूसरी सुबह। मैं और अनादि टहलने निकलते हैं। चलते - चलते जा पहुँचते हैं गोदावरी तट पर। पर यहाँ गोदावरी नदी के जल को देख कर निराशा होती है।
अदभुत, अनूठा है गोबिंद बाग का लेजर शो
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
एक घंटे में पूरे सिख इतिहास की कहानी। दस गुरुओं की कहानी। बलिदान की कहानी।
श्री हुजुर साहिब (नांदेड़) की ओर
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
अमृतसर से नांदेड़ को जोड़ती है दैनिक चलने वाली सचखंड एक्सप्रेस। बड़ी संख्या में हर रोज पंजाब के श्रद्दालु हुजुर साहिब के लिए इस ट्रेन से रवाना होते हैं। एक दिन दिल्ली से हम भी इस रेल के मुसाफिर बन गये।
माथेरन में देना पड़ता है प्रवेश शुल्क
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
माथेरन देश में एक ऐसा शहर है जहाँ हर सैलानी को प्रवेश शुल्क देना पड़ता है । आजकल हर बाहरी वयस्क के लिए 50 रुपये और बच्चों के लिए 25 रुपये ।
तीन मूर्ति भवन : यहाँ विराजती है दिलकश हरियाली
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
दिल्ली का तीन मूर्ति भवन। भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का निवास स्थान। नेहरू जी के बाद को संग्रहालय और पुस्तकालय में परिणत कर दिया गया है।
अदभुत, अकल्पनीय, अनिंद्य, अभिराम है मुगल गार्डन
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
भारत के राष्ट्रपति के निवास स्थान राष्ट्रपति भवन के परिसर में स्थित है मुगल गार्डन। ये बागीचा साल में सिर्फ एक महीने ही आम जनता के लिए खोला जाता है।
कैसे पड़ा दिल्ली नाम
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार:
देश की राजधानी दिल्ली। कभी इसका नाम इंद्रप्रस्थ था। कभी शाहजहानाबाद। पर दिल्ली का नाम दिल्ली कैसे पड़ा, इस बारे में कई कहानियाँ हैं। कहा जाता है कि फारसी शब्द दहलीज से दिल्ली नाम पड़ा। विदेशी इसे भारत की दहलीज मानते रहे।