Tag: अभिव्यक्ति
अभिव्यक्ति की आजादी क्या ईद की सेवई है, जिसे हर व्यक्ति को खिलाएँ?

अभिरंजन कुमार, पत्रकार :
अभिव्यक्ति की आजादी हर व्यक्ति के लिए नहीं होनी चाहिए। मसलन, आमिर खान और शाहरुख खान के लिए होनी चाहिए, लेकिन इरफान खान के लिए नहीं होनी चाहिए।
आपका दोहरापन सबको दिखने लगा है हुजूर!
राजीव रंजन झा :
आपको शाहबानो की व्यथा दिखाई नहीं पड़ी थी, वैसे बड़े नारीवादी हैं।
अब भी आपको तीन तलाक पर सर्वोच्च न्यायालय में मुकदमा लड़ रही मुस्लिम महिलाओं का दर्द नहीं दिखता, हालाँकि आज भी आपसे बड़ा नारीवादी कोई नहीं।
अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता

आनंद कुमार, डेटा एनालिस्ट :
भारतीय लोगों की अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता एक लाइन में तय हो जाती है | संविधान के अनुच्छेद 19(1)(a) में कुल दस शब्द भी नहीं हैं, लेकिन ये एक मौलिक अधिकार है। अगर कहीं ये सोच रहे हैं की मौलिक अधिकार है तो आप इसका हमेशा इस्तेमाल कर सकते हैं, तो आप गलत समझ रहे हैं।
लोक-माध्यमों पर छलकी 66ए रद होने की खुशी

डेस्क, देश मंथन :
सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66ए सुप्रीम कोर्ट द्वारा निरस्त किये जाने पर सोशल मीडिया में उत्सव का माहौल है। फेसबुक, ट्विटर पर लोग तरह-तरह से अपना उल्लास प्रदर्शित कर रहे हैं।