Tag: कैंसर
जीवन का मंदिर
संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
दुनिया भर के धर्म प्रचारकों, अपने दुश्मनों को मुँहतोड़ जवाब देने के लिए व्याकुल वीर पुरुषों, अपने-अपने मजहब के लिए दूसरों के सिर कलम कर देने का दम दिखाने वालों, चंद रुपयों के लिए किसी के दिल पर नश्तर चला देने वाले महान मनुष्यों, आओ, मेरे साथ तुम जिन्दगी के उस सत्य को देखो, जिसे देख कर हजारों साल पहले सिद्धार्थ नामक एक राजकुमार सबकुछ छोड़ कर संन्यासी बन गया था।
जहाँ आकर मौत भी मुस्काराती है
संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
आज मैं आपको जबलपुर में बैठ कर अनिता की कहानी सुनाऊँगा। फिर सुनाऊँगा फेसबुक पर किसी की भेजी वो कहानी जिसका रिश्ता सीधे-सीधे अनिता की कहानी से जुड़ा है।
जिन्दगी की उम्मीद
संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
आज मुझे मिलना है जबलपुर के विराट हॉस्पिस में कैंसर के उन मरीजों से जिन्हें डॉक्टरों ने कह दिया है कि अब दवा नहीं सिर्फ दुआ का आसरा है।
जहाँ उम्मीद, वहीं जिन्दगी, जहाँ प्यार, वहीं संसार
संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :
आपने ये पढ़ा होगा कि ‘जहाँ उम्मीद है, वहीं जिन्दगी है’। आपने सुना होगा कि ‘जहाँ प्यार होता है, वहीं संसार होता है’।
खुशियाँ बाँटते हैं कपिल
संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :
कल कपिल से मिला। कॉमेडी विद कपिल शर्मा वाले कपिल से।
सकारात्मक सोच से उम्मीदों को बल दें
संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :
कंगना रनावत मेरी दोस्त हैं। पिछले दिनों जब वो मुझसे मिली थीं, तब उन्होंने कहा था कि आप मेरी आने वाली फिल्म ‘कट्टी बट्टी’ देखिएगा। आप फिल्म देख कर रो पड़ेंगे। मैं जानता हूँ कि कंगना बहुत शानदार एक्ट्रेस हैं और उन्होंने अपनी ऐक्टिंग के संदर्भ में मुझसे ऐसा कहा था।
रिश्तों के कपड़े
संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :
“माँ, मैं इस बार लाल फूलों वाली कमीज नहीं पहनूँगा।”
जीवन कुछ नहीं होता
संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :
देखो मैंने देखा है ये एक सपना, फूलों के शहर में है घर अपना
सिगरेट निर्माता कंपनी की दलाली कर रहे हैं भाजपा सांसद?
पद्मपति शर्मा, वरिष्ठ खेल पत्रकार :
यह हो क्या रहा है! भाजपा के दो तंबाकू प्रेमी सांसदों का दावा है कि तंबाकू से कैसर नहीं होता और इस संदर्भ में सरकार को सर्वे कराना चाहिए।