Tag: जंगल
लक्ष्मी रुकेंगी, चरित्र के सभी अवगुणों को दूर करके

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
आज की पोस्ट खास तौर पर आपके लिए ही है। पर आज पोस्ट को पढ़ने के बाद आप अपने बच्चों से इसे साझा कीजिएगा। उन्हें अपने पास बिठा कर इस कहानी को जरूर सुनाइएगा, जिसे कल मेरे बड़े भाई Pavan Chaturvedi ने मुझसे साझा किया।
आज के तुलसी

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
“राम जी अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र थे। बहुत बहादुर थे। सभी लोग उन्हें बहुत प्यार करते थे।”
भूमि नहीं, मन बंजर होता है

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
कहानी क्या होती है?
घटनाओं का ब्योरा? नहीं। घटनाओं का ब्योरा तो रिपोर्टिंग हो गयी। रिपोर्टिंग मतलब, जो देखा उसे बयाँ कर दिया।
तेलंगाना के जंगलों से होकर दूरंतो से दिल्ली…

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
हैदराबाद से दिल्ली का सफर न जाने कितनी बार किया है। पर खास तौर पर हैदराबाद शहर से ट्रेन के बाहर निकलने के बाद महाराष्ट्र में प्रवेश करने तक के कुछ घंटे निहायत सुहाने लगते हैं। क्योंकि इस दौरान ट्रेन तेलंगाना राज्य के कई जिलों से होकर गुजरती है। आबादी कम नजर आती हैं। मस्ती में बातें करते जंगल ज्यादा नजर आते हैं।
जम्हाई लेते जंगलों के बीच ओरछा

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
बलखाती बेतवा, जम्हाई लेते जंगलों के बीच छिपा है ओरछा। वैसे ओरछा का मतलब ही होता है छिपा हुआ। तो छिपा हुआ सौंदर्य ही है ओरछा, जिसकी तलाश में दुनिया भर से सैलानी यहाँ पहुँचते हैं। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले का शहर। पर टीकमगढ़ यहाँ से 90 किलोमीटर है। यूपी का झांसी शहर 16 किलोमीटर है। इसलिए ओरछा पहुँचे का सुगम रास्ता उत्तर प्रदेश के झांसी शहर से है।



संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार : 





