Tag: दोस्ती
प्रेम करने वाला सबको संग लेकर चलते हैं
संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
मेरी नौकरी पहले लगी थी, पत्रकारिता की पढ़ाई में दाखिला बाद में मिला था। जिन दिनों मैं पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहा था, एक लड़की से मेरी दोस्ती हुई। मेरी तरफ से दोस्ती सिर्फ दोस्ती तक सीमित थी, लेकिन अक्सर लड़कियाँ दोस्ती, प्रेम और शादी तीनों की चाशनी बना लेती हैं। उसने भी ऐसा ही किया और जिस दिन कॉलेज में मेरा आखिरी दिन था वो मेरे पास शादी का प्रस्ताव लेकर पहुँच गयी।
रिश्ते तभी चलते हैं, जब दोनों छोड़ना जानते हों
संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
कुछ दिन पहले मैं अपने एक मित्र के घर गया था। मैं मित्र के घर बहुत दिनों के बाद गया था और इस उम्मीद से गया था कि मेरा मित्र मुझसे मिल कर बहुत खुश होगा।
डारया की मनुष्यता बनारस का दिल जीत ले गयी
प्रेम प्रकाश :
डारया यूरिएवा प्रोकीना...! यही नाम है उस रूसी लड़की का जो पिछले छह महीने से भारत भ्रमण पर थी। बनारस मे उसकी दोस्ती सिद्धार्थ श्रीवास्तव से हुई और वह उसी के साथ बनारस घूमने लगी। नजदीकियाँ बढ़ीं। दोनों की दोस्ती प्रगाढ़ होने लगी और इतनी प्रगाढ़ हो गयी कि डारया ठहरने के लिए होटल छोड़ कर सिद्धार्थ के घर चली आयी। इस बीच वे साथ-साथ घूमते रहे और नजदीक आते गये।
रास्ते हैं प्यार के, चलिये संभल के
संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :
मुझे यकीन है कि आप में से कोई न कोई कीनिया की मिस कुवी को जरूर जानता होगा। मिस कुवी पिछले साल भर से दोस्ती निवेदन मेरे पास भेज रही हैं।
भारत-अमेरिकी दोस्ती का कारोबार
राजीव रंजन झा :
आम तौर पर जब दो राष्ट्राध्यक्ष मिलते हैं तो उनकी बातों और बयानों के अल्पविराम और पूर्णविराम तक की गहन कूटनीतिक समीक्षा होती है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तात्कालिक सफलता यह है कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत दौरे को इन बारीकियों से निकाल कर दोनों देशों के आपसी संबंधों में आती गर्माहट पर केंद्रित कर दिया। हालाँकि यह सफलता तात्कालिक ही है, क्योंकि अंततः सफलता इसी पैमाने पर आँकी जायेगी कि यह गर्माहट दोनों देशों के आपसी कूटनीतिक और व्यापारिक रिश्तों को कितना आगे बढ़ा पाती है।