Tag: प्रेम
इत्ते विवाहों के बावजूद

आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :
प्रेम भाई उर्फ सलमान खान फिर हाजिर हैं, राजश्री की फिल्म- 'प्रेम रतन धन पायो में।'
नरक का मार्ग

प्रेमचंद :
रात 'भक्तमाल' पढ़ते-पढ़ते न जाने कब नींद आ गयी। कैसे-कैसे महात्मा थे जिनके लिए भगवत्-प्रेम ही सबकुछ था, इसी में मग्न रहते थे। ऐसी भक्ति बड़ी तपस्या से मिलती है। क्या मैं यह तपस्या नहीं कर सकती? इस जीवन में और कौन-सा सुख रखा है? आभूषणों से जिसे प्रेम हो वह जाने, यहाँ तो इनको देखकर आँखें फूटती हैं; धन-दौलत पर जो प्राण देता हो वह जाने, यहाँ तो इसका नाम सुनकर ज्वर-सा चढ़ आता है। कल पगली सुशीला ने कितनी उमंगों से मेरा शृंगार किया था, कितने प्रेम से बालों में फूल गूँथे थे। कितना मना करती रही, न मानी।
प्रेम की एक ही भाषा

संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :
कोई इटली जाए और संसार की सबसे दर्द भरी प्रेम कहानी की आहट न सुन सके तो यह उसकी किस्मत का दोष है।
पुराना छूटेगा, नया मिलेगा

संजय सिन्हा :
गोपियाँ कन्हैया से मनुहार कर रही थीं, “कान्हा हमारे कपड़े लौटा दो।”



प्रेमचंद :
संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :





