Thursday, November 21, 2024
टैग्स भारत

Tag: भारत

थ्रिल जिंदगी में तलाश करें, मौत में नहीं

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक : 

 “कुछ हिल रहा है। लग रहा है चक्कर आ रहा है। अरे ये देखो ऊपर लटका पंखा भी हिल रहा है। हाँ, हाँ दीवार पर टंगी फोटो भी हिल रही है। भागो, भूकम्प आया है।” हमारे देश में भूकम्प का इतना अनुभव सबके पास है। उसके बाद शुरू होता है टीवी पर खबरों का खेल। पानी की हिलती हुई बोतल, हिलता हुआ पंखा, भागते हुए लोगों को दिखाने की होड़ मच जाती है। कुछ देर में हमारे पास भूकम्प से जुड़ी तस्वीरें आने लगती हैं और हम दिखाने लगते हैं, गिरी हुई इमारतें, उसमें फंसे हुए लोग, मलबों में दबे हुए लोग, चीख-पुकार, करुण-क्रंदन। 

कल नेपाल और भारत में भूकम्प से धरती हिली। वही सब हुआ, जिसे मैंने बयाँ किया है।

पंद्रह साल पहले गुजरात में ऐसा ही भूकम्प आया था। तब मैं जी न्यूज में रिपोर्टर था।

सीखने के लिए ईमानदारी जरूरी

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक : 

एप्पल कम्प्यूटर, आईफोन, आईपैड और आईपॉड जैसे खिलौने पूरी दुनिया को देने वाले स्टीव जॉब्स अपने कॉलेज के दिनों में जब पहली बार यूँ ही भारत भ्रमण पर आए थे तो यहाँ के अध्यात्म को अपने साथ ले गये थे। 

संचार और मनोरंजन के वो तमाम खिलौने, जिनसे पूरी दुनिया भविष्य में खेलने वाली थी, वो जिन दिनों स्टीव जॉब्स के दिल और दिमाग में आकार ले रहे थे, उस दौरान स्टीव एक दिन के लिए भी भारत के गौरवपूर्ण अध्यात्म को नहीं भूले।

कब आयेगा बदलाव

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक : 

कल मुझे मेरी सोसायटी का माली मिल गया। उसके हाथों में ढेरों किताबें थीं। दुआ सलाम के बाद उसने मुझसे बीस हजार रुपये बतौर उधार मांगे। 

जाहिर है मेरी जिज्ञासा ये जानने में थी कि आखिर अचानक इतने रुपयों की उसे क्या जरूरत आ पड़ी।

जो कभी भारतीय क्रिकेट बोर्ड के हमसफर थे, जहर लगते हैं

पद्मपति शर्मा, वरिष्ठ खेल पत्रकार :

जब भारतीय टीम दंगा-फसाद में अदर हो गयी थी

तब किसी को भी कानों-कान खबर हुई थी क्या !!!

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को पैसे ने किस कदर मदान्ध कर दिया है कि जो मीडिया कभी उसका हम सफर हुआ करता था, वही अब जहर जैसा लगने लगा है। कारण जानना आसान है।

तोड़ो नहीं, जोड़ो

संजय सिन्हा, संपादक, आजतक : 

पिछले साल मैं अमृतसर में वाघा बॉर्डर गया था। वाघा बॉर्डर पर हर शाम एक खेल होता है। देशभक्ति का खेल।

वहाँ अटारी सीमा पर शाम के पाँच बजे भारत और पाकिस्तान दोनों मुल्कों के गेट खुलते हैं और दोनों देशों के सैनिक अपने सैन्यबल का प्रदर्शन करते हैं।

जैसा संस्कार दोगे वैसा पाओगे

संजय सिन्हा : 

पता नहीं फेसबुक पर किसने लिखा, लेकिन जिसने भी लिखा ये चुटकुला नहीं था और अगर ये चुटकुला था तो बेहद मार्मिक था।

लिखने वाले ने तो लिख दिया कि एक बूढ़ा आदमी अपने फोन को लेकर बाजार में गया, ये दिखाने के लिए कि उसके फोन में क्या खराबी है, ये पता चल जाए।

भारत-अमेरिकी दोस्ती का कारोबार

राजीव रंजन झा : 

आम तौर पर जब दो राष्ट्राध्यक्ष मिलते हैं तो उनकी बातों और बयानों के अल्पविराम और पूर्णविराम तक की गहन कूटनीतिक समीक्षा होती है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तात्कालिक सफलता यह है कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत दौरे को इन बारीकियों से निकाल कर दोनों देशों के आपसी संबंधों में आती गर्माहट पर केंद्रित कर दिया। हालाँकि यह सफलता तात्कालिक ही है, क्योंकि अंततः सफलता इसी पैमाने पर आँकी जायेगी कि यह गर्माहट दोनों देशों के आपसी कूटनीतिक और व्यापारिक रिश्तों को कितना आगे बढ़ा पाती है।

कश्मीर : आजादी हाँ, अलगाव ना

डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :

मैं आजकल के जिस टीवी चैनल पर जाता हूँ, कश्मीर का सवाल जरूर उठा दिया जाता है। जब मैं एंकरों और दूसरे साहबान से पूछता हूँ कि आप बताइये कश्मीर का हल क्या है तो उनके पास कोई ठोस, सगुण, साकार जवाब नहीं होता है।

भारत-पाक-अफगान त्रिकोण?

डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :

पाकिस्तान के जितने भी केंद्रीय मंत्रियों, नेताओं, नौकरशाहों, फौजियों और पत्रकारों से रोज मेरी भेंट होती है, उनसे मैं एक सवाल जरूर पूछता हूँ। अफगानिस्तान से छह माह बाद जब अमेरिका की वापसी होगी तो क्या होगा?

बिस्मिल्लाह का बनारस

रवीश कुमार, वरिष्ठ टेलीविजन एंकर :

आदरणीय खां साहब,

सोचा आपको एक खत लिखूँ। मैं आपकी मजार पर गया था। सहयोगी अजय सिंह की वजह से। अजय ने कहा कि वो मुझे कुछ याद दिलाना चाहते हैं। थोड़ी देर के लिए बिस्मिल्लाह खान की मजार पर ले चलते हैं।

- Advertisment -

Most Read

तलवों में हो रहे दर्द से हैं परेशान? इस धातु से मालिश करने से मिलेगा आराम

अगर शरीर में कमजोरी हो या फिर ज्यादा शारीरिक मेहनत की हो, तो पैरों में तेज दर्द सामान्य बात है। ऐसे में तलवों में...

नारियल तेल में मिला कर लगायें दो चीजें, थम जायेगा बालों का गिरना

बालों के झड़ने की समस्या से अधिकांश लोग परेशान रहते हैं। कई लोगों के बाल कम उम्र में ही गिरने शुरू हो जाते हैं,...

कहीं आप तो गलत तरीके से नहीं खाते हैं भींगे बादाम?

बादाम का सेवन सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। लगभग हर घर में बादाम का सेवन करने वाले मिल जायेंगे। यह मांसपेशियाँ (Muscles)...

इन गलतियों की वजह से बढ़ सकता है यूरिक एसिड (Uric Acid), रखें इन बातों का ध्यान

आजकल किसी भी आयु वर्ग के लोगों का यूरिक एसिड बढ़ सकता है। इसकी वजह से जोड़ों में दर्द होने लगता है। साथ ही...