Tag: युद्ध
चीन से लड़ने को ललकारती आवाजों का असली मतलब क्या है?
राजीव रंजन झा :
चीन से लड़ लोगे क्या? लड़ पाओगे क्या? बहुत ताकतवर है हमसे।
दरअसल 1962 की हार के बाद यह भारतीय मानस में बैठ गया है कि हम पाकिस्तान को तो कभी धूल चटा सकते हैं, लेकिन चीन से पार पाना संभव नहीं है।
पुत्रों के शव को कंधों पर उठाने का अफसोस करना है, तो युद्ध से पहले सोचें
संजय सिन्हा, संपादक, आजतक :
“सुनो कृष्ण, क्या तुम जानते हो कि इस संसार में सबसे बड़ा बोझ क्या है?”
“आप ही कहें, धर्मराज।”
युद्ध में बहादुरी की दास्ताँ बयाँ करता एयरफोर्स म्यूजियम
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
मेघालय की राजधानी शिलांग भ्रमण के दौरान वायु सेना म्युजियम देखना न भूलें। वास्तव में शिलांग में वायु सेना के ईस्टर्न कमांड (पूर्वी कमांड) का मुख्यालय है। पूरे देश में वायु सेना के पाँच कमांड हैं। इसकी स्थापना 1958 में हुई थी। इस कमांड का युद्ध और शांति दोनों की काल में बहुत बड़ा योगदान रहता है। युद्ध के समय आर्मी को हर तरीके से मदद करना तो शांति काल में फंसे हुए लोगों की मदद करने में वायु सेना की बड़ी भूमिका रहती है।
तलवार के साथ बुद्धि पर भी भरोसा हो
संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :
इन दिनों व्हाट्सएप पर एक संदेश खूब चक्कर लगा रहा है-
“उन्होंने कंधार में प्लेन हाईजैक किया, हमने ‘जमीन’ मूवी में उसे छुड़ा लिया।
मन की कमजोरी
संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :
“आओ संजू, मेरे पास बैठो।”
माँ मुझे पास बुला कर मेरा सिर सहला रही थी।
इब्राहिम लोदी की मजार : कोई नहीं आता फूल चढ़ाने
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
पानीपत शहर के जीटी रोड पर स्थित स्काईलार्क रिजार्ट के बगल से अन्दर जाते रास्ते पर दो फर्लांग आगे इब्राहिम लोदी की मजार है।