Tag: राहुल गांधी
शहीद नहीं, बलि के बकरे थे रोहित वेमुला और रामकिशन ग्रेवाल!
अभिरंजन कुमार, पत्रकार :
रोहित वेमुला और अब रामकिशन ग्रेवाल - इन दोनों ने कथित रूप से खुदकुशी की। एक आतंकवादी याकूब मेमन का समर्थक था, लेकिन तथाकथित खुदकुशी के बाद उसे दलित चेतना का प्रतीक घोषित कर दिया गया। दूसरा एक पूर्व फौजी था, जिसने कांग्रेस के 10 साल के शासन में orop लागू नहीं होने पर खुदकुशी नहीं की, लेकिन जब यह काफी हद तक लागू हो गया है, तब खुदकुशी कर ली।
काँग्रेस : बस ‘टीना’ में ही जीना!
क़मर वहीद नक़वी, पत्रकार :
प्रशान्त किशोर ने काँग्रेस को एक 'क्विक फिक्स' फार्मूला दिया है। ब्राह्मणों को पार्टी के तम्बू में वापस लाओ। फार्मूला सीधा है। जब तक ब्राह्मण काँग्रेस के साथ नहीं आते, तब तक उत्तर प्रदेश में मुसलमान भी काँग्रेस के साथ नहीं आयेंगे। क्योंकि मुसलमान तो उधर ही जायेंगे, जो बीजेपी के खिलाफ जीत सके। मायावती के कारण अब दलित तो टूटने से रहे। तो कम से कम मुसलमान और ब्राह्मण तो काँग्रेस के साथ आयें! हालाँकि यह कोई नया फार्मूला नहीं है। उत्तर प्रदेश में तो चाय की चौपालों पर चुस्की मारने वाला हर बन्दा जानता है कि 2007 में ठीक इसी दलित-ब्राह्मण-मुसलमान की 'सोशल इंजीनियरिंग' से मायावती ने कैसे बहुमत पा लिया था।
दलों में लोकतंत्र खत्म होने का नतीजा है वंशवाद
राजीव रंजन झा :
बिहार के चुनावी नतीजों और उसके बाद खास कर तेजस्वी यादव को बिहार का उपमुख्यमंत्री बनाये जाने के बाद एक बार फिर से वंशवाद पर बहस छिड़ गयी है। बिहार सरकार में तेजस्वी यादव को उपमुख्यमंत्री और तेज प्रताप यादव को कैबिनेट बनाये जाने पर लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती ने जवाब दिया है कि जनता ने उन्हें चुन कर भेजा है। यह वही तर्क है, जो कभी सारे कांग्रेसी राहुल गांधी के लिए और उससे पहले राजीव गांधी और उससे भी पहले इंदिरा गांधी के लिए देते रहे हैं।
राहुल गांधी बोले – मुझे जेल भिजवा दें मोदी
राजीव रंजन झा :
अपनी नागरिकता के बारे में सुब्रमण्यम स्वामी के आरोपों पर कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पलटवार किया है और स्वामी के बदले सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दी है। राहुल ने प्रधानमंत्री को चुनौती दी है कि अगर उन्होंने कुछ गलत किया है तो उन्हें जेल भेजा जाये।
क्या यूके की मतदाता सूची में भी नाम है राहुल गांधी का?
राजीव रंजन झा :
जब इस बात के दस्तावेज सामने आये कि यूके में अपनी एक कंपनी के निदेशक के रूप में राहुल गांधी ने खुद को ब्रिटिश नागरिक बताया तो कांग्रेस की ओर से सफाई आयी कि यह टाइपिंग की भूल है। लेकिन अगर राहुल गांधी का नाम यूके की मतदाता सूची में भी दिखे, तो क्या कांग्रेस इसे भी टाइपिंग की भूल बता कर रफा-दफा कर सकती है?
क्या यूके की मतदाता सूची में भी नाम है राहुल गांधी का?
राजीव रंजन झा :
जब इस बात के दस्तावेज सामने आये कि यूके में अपनी एक कंपनी के निदेशक के रूप में राहुल गांधी ने खुद को ब्रिटिश नागरिक बताया तो कांग्रेस की ओर से सफाई आयी कि यह टाइपिंग की भूल है। लेकिन अगर राहुल गांधी का नाम यूके की मतदाता सूची में भी दिखे, तो क्या कांग्रेस इसे भी टाइपिंग की भूल बता कर रफा-दफा कर सकती है?
देश का ऊंघता नेतृत्व
अजय अनुराग :
विदेश से दो महीने की गुमनामी छुटियाँ (चिंतन अवकाश) बिताकर स्वदेश लौटे राहुल गांधी द्वारा कल संसद में दिया गया भाषण बेहद हैरान व परेशान करने वाला है।
आज सोनिया और राहुल ही आशा हैं
डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :
कांग्रेस जैसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नेताओं में अब थोड़ा-बहुत साहस पैदा हो गया है। वे मुँह खोलने लगे हैं। अपने मालिकों के सामने ‘जी-हुजूर’ बोलने के अलावा वे कुछ भी बोलने की हिम्मत नहीं करते थे। पंजाब के कांग्रेसी नेता जगमीत सिंह बरार ने काफी प्राणलेवा बयान दे दिया है।
माँ-बेटा कांग्रेस पर कृपा करें
डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :
कांग्रेस ने इस चुनाव में जैसी मार खाई, क्या पहले कभी खाई? लेकिन कोई भी मुँह क्यों नहीं खोल रहा है? क्योंकि इस पार्टी के बड़े-बड़े नेपोलियन बोनापार्ट पिछले 40-45 साल में बौने हो गये हैं।
अब राहुल बचाओ!
डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :
कांग्रेस खुद को तो बचा न सकी। अब वह राहुल को बचाने में लगी हुई है। सोनिया गांधी के दरबारी सलाहकार, जिन्हें हम ‘बड़े नेता’ कहें तो उन्हें अच्छा लगता है, वे इकट्ठे होकर सोच रहे हैं कि अब क्या करें?