Tag: लालकृष्ण आडवाणी
वैचारिक आत्मदैन्य से बाहर आती भाजपा
संजय द्विवेदी, अध्यक्ष, जनसंचार विभाग, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय :
उत्तर प्रदेश अरसे बाद एक ऐसे मुख्यमंत्री से रूबरू है, जिसे राजनीति के मैदान में बहुत गंभीरता से नहीं लिया जा रहा था।
महाराष्ट्र-हरियाणा : मतदान से मतगणना तक
दीपक शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार :
"मैंने सोचा था ये 'अमर प्रेम' जैसे संबंध हैं, लेकिन ये तो 'कटी पतंग' निकले।" मायानगरी से प्रभावित शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे यह कह कर भावुक से होने लगे।
हिंदुत्व में अनुभव व तप का अनादर!
डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :
भाजपा के असली निर्णायक मंडल से अटलबिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का निष्कासन किस बात का सूचक है? भाजपा के कार्यकर्ता और आम जनता दोनों ही असमंजस में हैं।
बीजेपी के बुजुर्ग नेताओं की चुनौती
श्रीकांत प्रत्यूष, संपादक, प्रत्यूष नवबिहार :
प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनने के बावजूद बीजेपी के अन्दर परिवर्तन का दौर थमा नहीं है। वैसे पार्टी स्तर पर इस तरह के परिवर्तन की शुरुआत तो नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री रहते राष्ट्रीय राजनीति में दखल के साथ ही शुरू हो गयी थी, जो अब उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद साफ दिखने लगी है।
बीजेपी के सागर में बनता टापू
अखिलेश शर्मा, वरिष्ठ संपादक (राजनीतिक), एनडीटीवी :
आखिरकार आडवाणी मान गये। मानना ही था। कोई रूठता भी इसीलिए है ताकि उसे मनाया जाये और तभी वो माने।
आडवाणी: अथक रथी से अथक हठी तक
अखिलेश शर्मा, वरिष्ठ संपादक (राजनीतिक), एनडीटीवी :
बीजेपी के सबसे बड़े नेता लालकृष्ण आडवाणी एक बार फिर रूठे हैं।
दूल्हा तो मोदी ही हैं, आडवाणी हैं नाराज फूफा
आडवाणी फिर से अपनी नाराजगी को लेकर सुर्खियों में हैं। पहले वे इस अंदेशे से नाराज थे कि बार-बार बुजुर्गों को लोकसभा चुनाव से दूर रहने की सलाह देने का मतलब कहीं उन्हें चुनावी दौड़ से बाहर करना तो नहीं है।