Tag: विद्युत प्रकाश मौर्य
मुरादें पूरी करती हैं माँ विंध्यवासिनी

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
शक्ति की देवी माँ विंध्यवासिनी का मन्दिर उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के विंध्याचल में स्थित है। यह स्थान मुगलसराय से इलाहाबाद रेल मार्ग पर पड़ता है। इसे जागृत शक्ति पीठ माना जाता है। यह देश के 51 शक्तिपीठों में से एक है। आद्य शक्ति भगवती विंध्यवासिनी का विंध्य पर्वत माला में हमेशा से निवास स्थान रहा है। महाभारत के विराट पर्व में धर्मराज युद्धिष्ठिर ने माँ विंध्यवासिनी की स्तुति की है।
रोज गार्डन चंडीगढ़ – फूल खिले हैं गुलशन-गुलशन

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
चंडीगढ़ शहर रॉक गार्डेन के अलावा रोज गार्डेन यानी गुलाबों के उद्यान के लिए भी जाना जाता है। गुलाबों का ये उद्यान चंडीगढ़ बस स्टैंड से थोड़ी दूरी पर ही सेक्टर-16 में स्थित है। खासकर वसंत के मौसम में यहाँ गुलाबों की क्यारियाँ जन्नत सा नजारा पेश करती हैं।
गोल्डेन बीच चेन्नई की तिलिस्मी दुनिया

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
चेन्नई शहर के बाहरी इलाके में स्थित है गोल्डेन बीच की तिलिस्मी दुनिया। चेन्नई घूमने वालों की यह खास पसन्द है। गोल्डेन बीच को आप तमाम हिन्दी और दक्षिण भारतीय फिल्मों में देख चुके हैं। यह निजी तौर पर विकसित किया गया समुद्र तट है जहाँ पर कई घंटे परिवार के साथ घूमने का आनन्द लिया जा सकता है।
कोच्चि : यहाँ है वास्को डी गामा की मजार

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
फोर्ट कोच्चि से गुजरते हुए हमें एक चर्च दिखायी देता है, इस चर्च में पुर्तगाली यात्री वास्को डी गामा की मजार है। हम स्कूली किताबों में पढ़ते आये हैं कि वास्को डी गामा ने भारत को खोजा। पर यह आधा सच है। क्या वास्को डी गामा से पहले भारत नहीं था। वास्तव में वास्को डी गामा ने यूरोप से भारत का समुद्री रास्ता भर खोजा था।
गोवा के थिविम रेलवे स्टेशन पर रोटियाँ

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
साल 2012 के अक्तूबर माह में दक्षिण भारत का सफर। 12618 मंगला लक्षदीप एक्सप्रेस वैसे थो थिविम स्टेशन पर 7.12 बजे शाम पहुँचती है पर वह दो घंटे लेट थी। लिहाजा खाने का समय हो गया था। पेट में चूहे खूब कूद रहे थे। थिविम गोवा का एक रेलवे स्टेशन है। ट्रेन का ठहराव महज दो मिनट का है। 21 मीटर समुद्र तल से ऊँचाई पर थिविम छोटा सा स्टेशन है दो प्लेटफार्म हैं यहाँ पर।
विरासत की याद – काँगड़ा घाटी रेलवे का स्टीम लोकोमोटिव

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
काँगड़ा के रेल में सेवा देने वाले स्टीम लोकोमोटिव में जेडएफ 107 की चर्चा महत्वपूर्ण है। यह नैरोगेज रेलवे सिस्टम का एक शक्तिशाली लोकोमोटिव था। काँगड़ा घाटी रेलवे को लंबे समय तक सेवाएँ देने वाला एक लोकोमोटिव इन दिनों नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पहाड़ गंज वाले निकास द्वार के पास आराम फरमा रहा है।
झुंझनू में रानी सती का मन्दिर

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
राजस्थान के झुंझनू में स्थित है रानी सती का मन्दिर। शह के बीचों बीच स्थित मन्दिर झुंझनू शहर का प्रमुख दर्शनीय स्थल है। बाहर से देखने में ये मन्दिर किसी राजमहल सा दिखायी देता है। पूरा मन्दिर संगमरमर से निर्मित है। इसकी बाहरी दीवारों पर शानदार रंगीन चित्रकारी की गयी है। मन्दिर में शनिवार और रविवार को खास तौर पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है।
रामेश्वरम में है डॉक्टर कलाम का घर

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
रामेश्वरम चार धामों में से एक तो है ही, पर अब रामेश्वरम में एक और नया तीर्थ बन चुका है। वह पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम का घर। डॉ. कलाम का जन्म 1931 में रामेश्वरम से आगे धनुषकोडी में मछुआरों की बस्ती में हुआ था।
देश का आठवाँ आश्चर्य है शेखावटी की हवेलियाँ

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
राजस्थान का शेखावटी इलाका अपनी हवेलियों के लिए जाना जाता है। शेखावाटी राजस्थान के सीकर, झुंझनू और चुरू जिले आते हैं। वहीं ये इलाका देश में शिक्षा के बड़े केन्द्र के तौर पर भी जाना जाता है। अर्ध-रेगिस्तानी शेखावटी इलाका राव शेखाजी (1433-1488 ईस्वी) के नाम पर अस्तित्व में आया।
फोर्ट कोच्चि – अतीत से साक्षात्कार

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
स्टीमर से समन्दर पार करने के बाद फोर्ट कोच्चि पहुँचने पर बाईं तरफ चलते हुए आप किले की ओर बढ़ते हैं। फोर्ट कोच्चि में सोलहवीं सदी के कई निशान देखे जा सकते हैं। कई पुराने चर्च हैं यहाँ। मेटेनचेरी की सड़क पर चलते हुए आपको एंटिक वस्तुओं की सैकड़ों दुकानें दिखायी देती हैं। इनके ग्राहक खास तौर पर विदेशी नागरिक होते हैं।