Tag: विद्युत प्रकाश मौर्य
कलियुग में हारे का सहारा हैं खाटू श्याम

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
राजस्थान के सीकर जिले में खाटू श्याम का प्रसिद्ध मन्दिर है। देश भर से श्रद्धालु उनके दर्शन के लिए पहुँचते हैं। खाटू श्याम जी महाभारत की कथा के बबर्रीक हैं।
हनुमान जी का अदभुत मन्दिर – सालासर बालाजी

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
सालासर के बालाजी भगवान यानी हनुमान जी देश भर के बजरंगबली के भक्तों में काफी लोकप्रिय हैं। सालासर बालाजी का मन्दिर राजस्थान के चूरू जिले में स्थित है। वर्ष भर में लाखों भारतीय भक्त दर्शन के लिए सालासर धाम जाते हैं। सालासर बालाजी की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मन्दिर के आसपास भक्तों के आवास के लिए 180 से ज्यादा धर्मशालाएँ, सेवा सदन और होटल बने हैं।
बाहुबली में देखें हिन्दुस्तान के बेहतरीन नजारे

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
मनोरंजन के लिहाज से साल 2015 की शानदार फिल्म बाहुबली – द बिगनिंग की शूटिंग में हिन्दुस्तान के बेहतरीन नजारों को देखा जा सकता है। फिल्म शुरू होती है एक नदी और झरने के बैकड्राप से। ये झरना भारत के केरल राज्य के त्रिशूर जिले में हैं।
आरा जिला घर बा..कौन बात के डर बा…

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
आरा यानी वीर कुअँर सिंह का शहर। आरा मतलब पुराने शाहाबाद का मुख्यालय। कहावत मशहूर है... आरा जिला घर बा...कौन बात के डर बा...आकाश में धोती सुखेला...हालाँकि आरा नाम का जिला कभी नहीं रहा। जिले का नाम तो शाहाबाद था। जब यह बिहार के पुराने 17 जिलों में एक था। अब जिले के चार टुकड़े हो गये हैं। अब भोजपुर जिला है जिसका मुख्यालय आरा है। इस भोजपुर के नाम पर भोजपुरी भाषा बनी है जिसे 20 करोड़ लोग ओढते बिछाते हैं।
पटना का श्री लक्ष्मीनारायण बिरला मन्दिर

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
श्री लक्ष्मी नारायण मन्दिर यानी बिरला मन्दिर पटना के बाकरगंज में स्थित है। यह देश भर में बिरला परिवार द्वारा बनवाए गये मन्दिरों में से एक है। पटना में बिरला मन्दिर शहर के प्रमुख मन्दिरों में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। मन्दिर अशोक राजपथ पर सब्जीबाग के पास स्थित है। मन्दिर के पास ही खेतान मार्केट नामक प्रमुख बाजार है।
कुम्हरार – खंडहर सुनाते हैं बुलन्द इमारत की दास्ताँ

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
बिहार की राजधानी पटना में अगर इतिहास से रूबरू होना हो तो कुम्हार पहुँचे। कुम्हार के खंडहरों में अतीत की स्मृतियाँ हैं। यहाँ आकर आप इतिहास से साक्षात्कार कर सकते हैं। कुम्हारार वह जगह है जहाँ सम्राट अशोक के शासन काल में तृतीय बौद्ध संगीति हुई थी।
पंडौल – यहाँ पांडवों ने किया था अज्ञातवास

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
पंडौल यानी पांडवों का आवास। मधुबनी जिले के पंडौल के बारे में कहा जाता है कि पांडवों ने यहाँ अज्ञातवास में कुछ वक्त गुजारा था। मैं भवानीपुर गाँव से कोई वाहन नहीं मिलने पर पैदल ही पंडौल के लिए चल पड़ता हूँ। रास्ते में एक बाइक वाले लिफ्ट माँगता हूँ। वह बोले ब्रह्मोतरा तक छोड़ दूंगा। मैं उनके बाइक पर पीछे बैठ जाता हूँ। चार किलोमीटर बाद ब्रह्मोतरा गाँव आ जाता है। यह गाँव सकरी पंडौल मुख्य मार्ग पर स्थित है। यहाँ से पंडौल दो किलोमीटर आगे है।
जब महादेव ने की चाकरी – उगना महादेव

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
महादेव यानी शिव का अदभुत मन्दिर है मधुबनी जिले के भवानीपुर गाँव में। उगना महादेव या उग्रनाथ मन्दिर के नाम से यह मन्दिर प्रसिद्ध है। कहा जाता है यहाँ भगवान शिव ने मैथिली के महाकवि विद्यापति की चाकरी की थी।
सीतामढ़ी टू दरभंगा वाया रेल एंड रोड

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
सीतामढ़ी से दरभंगा कभी मीटर गेज रेलवे लाइन थी। अब ब्राडगेज पर रेलगाड़ियाँ दौड़ती हैं, पर रेल सेवा मे ज्यादा बदलाव नहीं आया। सीतामढ़ी से दरभंगा के बीच दिन भर में दो पैसेंजर ट्रेनें चलती हैं। इनमें बेतहासा भीड़ होती है। सुबह सात बजे से पहले-पहले मैं सीतामढ़ी स्टेशन पर पहुँच जाता हूँ। एक टिकट खरीद लेता हूँ पंडौल तक के लिए। सात बजकर 10 मिनट पर आने वाली 55508 पैसेंजर 20 मिनट देर से आती है।
भिखना ठोरी – यहाँ जार्ज पंचम ने मारे थे 39 बाघ

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
बिहार के पश्चिम चंपारण जिले का भिखना ठोरी रेलवे स्टेशन। गवनहा ब्लाक में स्थित भिखना ठोरी के जंगलों में बिखरे हैं इतिहास के कई पन्ने। यह इलाका ब्रिटेन के राजा जार्ज पंचम के शिकारगाह के तौर पर प्रसिद्ध है। वे नेपाल के राजा के आमंत्रण पर इधर शिकार करने पहुँचे थे।