Tag: संवाद
मूँगफली खाते रोबोट
आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :
वक्त तेजी से बदल रहा है, इंसान का संवाद मशीनों से ज्यादा और रूबरू-इंसानों से कम हो रहा है।
अब ताप में हाथ मत तापिए!
कमर वहीद नकवी , वरिष्ठ पत्रकार
चिन्ता की बात है। देश तप रहा है! चारों तरफ ताप बढ़ रहा है! क्षोभ, विक्षोभ, रोष, आवेश से अखबार रंगे पड़े हैं, टीवी चिंघाड़ रहे हैं, सोशल मीडिया पर जो कुछ 'अनसोशल' होना सम्भव था, सब हो रहा है! लोग सरकार को देख रहे हैं! सरकार किसी और को देख रही है! कुत्ते संवाद के नये नायक हैं!
गोविंदाजी, अनिल कपूरजी का पड़ोस
आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :
प्रख्यात फिल्म अभिनेता गोविंदाजी एक इश्तिहार में दिल्ली-एनसीआर में एक घर के बारे में बता रहे थे कि उस हाउसिंग परियोजना में घर लेना कितना फायदेमंद हैं। गोविंदाजी मुंबई की फिल्म इंडस्ट्री में ज्यादा काम नहीं कर रहे हैं, दिल्ली सैटल होने की सोच रहे हैं, ऐसा लगता है। गोविंदाजी का पड़ोस कैसा होगा, सोचने का विषय है। गोविंदाजी के पास टाइम बहुत है इन दिनों में, सोचता हूँ कि गोविंदाजी के पड़ोस में मकान ले लूँ, तो उनसे संवाद कैसे होगा-