Tag: Ajay Anurag
होरी के वंशजों की त्रासदी
अजय अनुराग:
बेशक, ‘गोदान’ का नायक ‘होरी’ गोदान ही नहीं समूचे हिंदी कथा साहित्य का ‘हीरो’ है और उसकी त्रासदी हमें परेशान भी करती है, लेकिन क्या यह सच नहीं है कि उसकी त्रासदी में कुछ हिस्सेदारी उसकी भी है? होरी के चरित्र में जो एक अजीब किस्म का दब्बूपन है वही उसके शोषण का कारण है, जिससे वह कभी मुक्त नहीं हो पाता।
आजादी माने खुन्नस?
अजय अनुराग:
राष्ट्रद्रोह और राष्ट्रभक्ति के बाद अब सबसे जटिल व उलझा हुआ शब्द है- 'आजादी'। आज देश में आजादी की चर्चा ऐसे की जा रही है मानों हम किसी गुलाम देश में हों। लेकिन नहीं, आजादी माँगने वालों का कहना है कि आजादी देश से नहीं, देश में चाहिए।
हिन्दी शूड बी प्रोमोटेड !!
अजय अनुराग :
हिन्दी के प्रति हमारा दृष्टिकोण या तो सहानुभूति का रहा है या फिर संकोच का। सहानुभूति रखने के कारण हम उसके अस्तित्व को लेकर दुखी रहते हैं तो संकोच के कारण अंग्रेजी के समक्ष हम उसे दोयम दर्जे की भाषा समझते हैं।
हमने बनाया नायक को खलनायक!!
अजय अनुराग :
सलमान खान को सजा की खबर ने उनके सभी फैंस को दुःखी कर दिया। पहले संजय और अब सलमान।
देश का ऊंघता नेतृत्व
अजय अनुराग :
विदेश से दो महीने की गुमनामी छुटियाँ (चिंतन अवकाश) बिताकर स्वदेश लौटे राहुल गांधी द्वारा कल संसद में दिया गया भाषण बेहद हैरान व परेशान करने वाला है।