Tuesday, September 17, 2024
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बीसीसीआई के धतकरमों पर रोक, लोढ़ा की संस्तुति मान्य

पद्मपति शर्मा, वरिष्ठ खेल पत्रकार :

बात निकली है तो दूर तलक जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने आज ऐतिहासिक फैसला देते हुए बीसीसीआई में अपनी स्थापना की शुरुआत से ही की जा रही मनमानी और धतकरमों पर पूरी तरह से रोक लगाते हुए लोढ़ा समिति की संस्तुतियों को लगभग मान लिया।

इसलिए हुई ‘वायस आफ क्रिकेट’ हर्ष भोगले की बर्खास्तगी

पद्मपति शर्मा, वरिष्ठ खेल पत्रकार :

किसी की निजी खुन्नस ने करोड़ों टीवी दर्शकों का दिल तोड़ा।

देश का सबसे सम्माननीय कमेंटेटर हर्ष भोगले जिसका अंग्रेजी और हिंदी पर समान अधिकार रहा है और जिसे 'वायस आफ इंडियन क्रिकेट' कहा जाता है, बीसीसीआई की तानाशाही का शिकार हो गया। आईआईएम हैदराबाद के इस गोल्ड मेडलिस्ट को अचानक ही देश में चल रही आईपीएल कमेंट्री टीम से बर्खास्त कर दिया गया। पौने दो माह तक चलने वाली इस क्रिकेट लीग में उनकी दिलकश आवाज से प्रशंसक महरूम रहेंगे।

सुनिश्चित हो ओस न फले और न ही दिल तोड़े

पद्मपति शर्मा, वरिष्ठ खेल पत्रकार :

क्रिकेट बोर्ड को अब खेल के साथ मजाक करने से बाज आ जाना चाहिए। अकूत संपदा की मालिक बीसीसीआई ने जिस बैट-बल्ले से यह मुकाम हासिल किया, उसे अब इस खेल को ही सर्वोच्च वरीयता देनी होगी।

खेलों में उग्रवाद की आग पाकिस्तान ने ही लगायी थी !

पद्मपति शर्मा, वरिष्ठ खेल पत्रकार :

पाकिस्तान क्रिकेट के सदर शहरयार साहब छाती पीट-पीट कर रोते हुए घर लौट रहे हैं कि उग्रवादियों के आगे बीसीसीआई झुक गयी और उसने श्रीनिवासन के कार्यकाल के दौरान सिरीज खेलने का जो करार किया था, उसे तोड़ दिया।

भारतीय क्रिकेट के ‘अन्ना’ शशांक के हाथों में कमान

पद्मपति शर्मा, वरिष्ठ खेल पत्रकार :

स्वच्छ छवि के शशांक मनोहर दुबारा बीसीसीआई के मुखिया बन गये। पवार-ठाकुर गुट ने हाथ मिलाया। भारतीय क्रिकेट की छवि को श्रीनि के आपातकाल की याद दिलाने वाले कार्यकाल के दौरान जो गहरे दाग लगे थे, इससे व्यथित भारतीय क्रिकट प्रेमियों के लिए यह जबरदस्त खुशखबरी है। 2013 के आईपीएल फिक्सिंग कांड के समय जब बोर्ड के अन्य सभी बाहुबली मौन धारण किए बैठे थे तब यह क्रिकेट का 'अन्ना' अकेले दहाड़ा था - 'श्रीनिवासन गद्दी छोड़ो'।

तुमको न भूल पाएँगे

पद्मपति शर्मा, वरिष्ठ खेल पत्रकार :

देश के खेल पदाधिकारियों के प्रति सामान्य में लोगों की धारणा मुँह बिचकाने वाली ही ज्यादा होती है। खेलों का इन महानुभावों ने बेड़ा गर्क जो किया हुआ है। परंतु कुछ ऐसे अपवाद भी इसी देश में हैं, जिनको खिलाड़ी और खेल प्रेमियों से समान आदर और प्यार मिला है।

जो कभी भारतीय क्रिकेट बोर्ड के हमसफर थे, जहर लगते हैं

पद्मपति शर्मा, वरिष्ठ खेल पत्रकार :

जब भारतीय टीम दंगा-फसाद में अदर हो गयी थी

तब किसी को भी कानों-कान खबर हुई थी क्या !!!

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को पैसे ने किस कदर मदान्ध कर दिया है कि जो मीडिया कभी उसका हम सफर हुआ करता था, वही अब जहर जैसा लगने लगा है। कारण जानना आसान है।

क्या छिनने वाली है धोनी की टेस्ट कप्तानी?

शिव ओम गुप्ता :

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की टेस्ट कप्तानी से विदाई तय होती जा रही है। एकदिवसीय और टी20 मैचों के सुपरस्टार धोनी का करिश्मा टेस्ट मैच में भले ही नहीं दिखा, लेकिन आज भी धोनी की टेस्ट कप्तानी में टीम की जीत का औसत सर्वाधिक है।

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