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ओबामा के पद चिह्नों पर मोदी का प्रचार

रवीश कुमार, वरिष्ठ टेलीविजन एंकर :
अमरीका में 2008 में राष्ट्रपति का चुनाव हो रहा था। ओबामा अपने विज्ञापन की टीम के साथ बातचीत कर रहे थे। एक बड़े बैंकिंग फर्म के ध्वस्त होने की अफवाह जोरों पर थी।
कभी साजिश के तहत दिल्ली से गुजरात भेजे गये थे मोदी !

पुण्य प्रसून बाजपेयी, कार्यकारी संपादक, आजतक :
'भागवत कथा' के नायक मोदी यूँ ही नहीं बने। क्या नरेंद्र मोदी के विकास मॉडल के पीछे आरएसएस ही है। क्या आरएसएस के घटते जनाधार या समाज में घटते सरोकार ने मोदी के नाम पर संघ को दाँव खेलने को मजबूर किया।
भाजपा मुसलमानों से दूर, या मुसलमान भाजपा से दूर?

राजीव रंजन झा :
भाजपा पर यह आरोप रहा है कि वह मुसलमानों से दूरी बनाये रखती है। उसका अब तक का चाल-चरित्र-चेहरा बताता है कि इस आरोप को निराधार नहीं कहा जा सकता।
तीन देवियों से मोदी की टक्कर

अखिलेश शर्मा, वरिष्ठ संपादक (राजनीतिक), एनडीटीवी :
वो अगर तूफान के पहले की खामोशी थी तो तूफान आने के बाद एहसास हुआ कि उस खामोशी के पीछे क्या राज था। बात तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता की हो रही है जिन्होंने आखिरकार नरेंद्र मोदी और गुजरात के विकास मॉडल पर अपनी चुप्पी तोड़ ही दी।
बनारस का विरोध रस

रवीश कुमार, वरिष्ठ टेलीविजन एंकर :
बनारस इस चुनाव का मनोरंजन केंद्र बन गया है। बनारस से ऐसा क्या नतीजा आने वाला है जिसे लेकर कृत्रिम उत्सुकता पैदा की जा रही है।
मोदी के मुकाबले एक बेहतर मोदी

डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :
नरेंद्र मोदी ने किसी टीवी चैनल पर यह जो कहा कि उनकी सरकार प्रतिशोध की भावना से काम नहीं करेगी, यह अपने आप में बड़ी बात है।
मोदी लहर से मुक्त मध्य प्रदेश

अनिल सौमित्र, स्वतंत्र पत्रकार :
देश में जितनी और जैसी राजनीतिक सरगर्मी है, मध्य प्रदेश में नहीं है। मध्य प्रदेश में विधान सभा का चुनाव जरूर आर-पार का था, लेकिन लोक सभा के लिए चुनावी माहौल वैसा नहीं है।
मोदी का मिशन बनाम संघ का टारगेट

पुण्य प्रसून बाजपेयी, कार्यकारी संपादक, आजतक :
मोदी को पीएम की कुर्सी चाहे 272 में मिलती हो लेकिन संघ का टारगेट 395 सीटों का है। संघ के इस टारगेट का ही असर है कि अगले एक महीने में मोदी के पांव जमीन पर तभी पडेंगे, जब उन्हें रैली को संबोधित करना होगा।
मोदी और केजरीवाल के 27 भेद

अभिरंजन कुमार :
बनारस में भारत माता के दो सच्चे सपूतों नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल के बीच होने वाले मुकाबले में 12 मई को जनता को फैसला सुनाना है।
सर्किट हाऊस के कमरा नं 1 ए से 7 रेसकोर्स की दौड़ तक

पुण्य प्रसून बाजपेयी, कार्यकारी संपादक, आजतक :
2002 का "अछूत" 2014 में "पारस" कैसे बन गया?
नरेंद्र मोदी ने 6 अक्टूबर 2001 में जब सीएम की कुर्सी संभाली उस वक्त मोदी ने सोचा भी नही था कि जिस सीएम की कुर्सी पर बने रहने के लिये उन्हें विधानसभा की सीट देने के लिये कोई तैयार नहीं है, वही सीएम की कुर्सी 12 बरस बाद उन्हें पीएम की कुर्सी का दावेदार बना देगी।