Tag: Sanjaya Kumar Singh
मीडिया में नही है नियमित और सुकून की नौकरी

संजय कुमार सिंह, संस्थापक, अनुवाद कम्युनिकेशन :
मीडिया में ऐसा नहीं है कि अगर आपने एक स्तरीय मीडिया संस्थान में नौकरी शुरू की, अच्छा काम करते हैं, योग्य हैं तो उसी में रहेंगे, समय के साथ आपको तरक्की मिलती रहेगी और आप संतुष्ट या असंतुष्ट रहकर भी उसी में नौकरी करते हुए रिटायर हो जाएँ। अमूमन ऐसा देखने मे नहीं आता है – कुछेक अपवाद जरूर होंगे।
जिसकी लाठी उसकी भैंस

संजय कुमार सिंह, संस्थापक, अनुवाद कम्युनिकेशन
मुझे लगता है 'मेक इन इंडिया' के लिए बाल मजदूरी जरूरी है।
गरीब रथ की गरीब गाथा

संजय कुमार सिंह, संस्थापक, अनुवाद कम्युनिकेशन :
बहुत दिनों बाद एक शादी में शामिल होने के लिए दिल्ली से भागलुपर जाना तय हुआ तो रिजर्वेशन कराते हुए मैंने पाया कि यात्रा पूरी करने में सबसे कम समय गरीब रथ लगाती है।
विदेशी निवेश की सीमा और नया नाम प्रेसटीट्यूट

संजय कुमार सिंह, संस्थापक, अनुवाद कम्युनिकेशन
एबीपी न्यूज पर व्यक्ति विशेष में सनी लियोन पर कार्यक्रम दिखाये जाने की खबर सुनकर मुझे वो दिन याद आ रहे हैं जब स्टार टीवी आधिकारिक तौर पर भारत नहीं आया था। उस समय इसका विरोध करने वाले कहते थे कि भारतीय संस्कृति खराब करेगा। बाद में स्टार टीवी भारत आया, एक भारतीय कंपनी के साथ रहा – काम किया।
रोड रेज में शराब का योगदान

संजय कुमार सिंह, संस्थापक, अनुवाद कम्युनिकेशन
दिल्ली के तुर्कमान गेट रोड रेज मामले में इस बात पर आश्चर्य जताया जा रहा है कि जब लोग मारपीट कर रहे थे तो किसी ने बचाने की कोशिश क्यों नहीं की। पुलिस ने भी ध्यान नहीं दिया।
यात्रियों को लूटने के और भी तरीके हैं प्रभु जी

संजय कुमार सिंह, संस्थापक, अनुवाद कम्युनिकेशन :
प्लेटफॉर्म टिकट जब 30 पैसे का आता था, तब से ले कर अब, जब यह 10 रुपये में मिलेगा तब तक - बिहार के छोटे-बड़े स्टेशनों से लेकर दिल्ली, मुंबई,कोलकाता,चेन्नई सब जगह देख चुका हूँ।