Tag: Vidyut Prakash Maurya
पटना से बेतिया का सफर – चंपारण की धरती को नमन

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
पटना से बेतिया का सफर। पटना के मीठापुर बस स्टैंड से बेतिया के लिए रात्रि सेवा में कई बसें चलती हैं। इनमें एसी और स्लीपर बसें भी हैं। हमारे दोस्त इर्शादुल हक ने बताया था कि पटना से बेतिया के लिए सबसे अच्छी बसें चलती हैं।
कभी डाकू थे अब शान्ति का सन्देश देते हैं

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
उनका नाम नेत्रपाल सिंह। कभी चंबल के नामी डकैतों में शुमार थे। उनकी बड़ी बड़ी मूँछे आज भी इस बात की गवाही देती है कि जवानी के दिनों में कैसे खूँखार लगते होंगे।
राजा जनक जी के बाग में अलबेला रघुबर आयो रे…

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
जनकपुर शहर से भारत के हिन्दुओं का आत्मीय रिश्ता है। भला हो भी क्यों न राजा रामचन्द्र जी की ससुराल है। यहीं की बगिया में सीता माता ने पहली बार रामजी को देखा था और उनके रूप मोहित हो गई थीं। हमने देखा कि आज भी जनकपुर में शादियाँ बड़े संस्कारी तरीके से होती है।
सबसे सुन्दर अशोक स्तंभ – लौरिया नन्दन गढ़

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
सम्राट अशोक द्वारा देश भर में 30 अशोक स्तंभ बनवाये जाने की चर्चा मिलती है। इसमें बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के लौरिया का अशोक स्तंभ प्रमुख है। पत्थर के बने इस स्तंभ के शीर्ष पर बैठे हुए शेर की आकृति बनी है। जो सम्राट अशोक के शासन काल में वीरता और वैभव का प्रतीक है।
प्रकट सिया सुख दईया, जनकपुर में बाजे बधईया…

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
नेपाल का शहर जनकपुर विदेह राजा जनक की नगरी है। यहाँ पर माँ जानकी का विशाल मन्दिर है।
लोकदेवता – पशुपालकों के पूज्य भुइंया बाबा

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
उत्तर बिहार के वैशाली जिला ही नहीं बल्कि इसके आसपास के जिले के लोगों के बीच भुइंया बाबा काफी लोकप्रिय हैं। आस्था ऐसी है कि भुइंया बाबा इस क्षेत्र में लोक देवता की बन चुके हैं।
हे गोबिंद राखो शरण अब तो जीवन हारे

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
हरि (विष्णु) और हर (महादेव) का क्षेत्र है हरिहर क्षेत्र। यानी शैव और वैष्णव परंपरा का संगम। बिहार को सारण जिले में स्थित सोनपुर में हरिहरनाथ का अति प्राचीन मन्दिर है।
इक्कीसवीं सदी और कोईलवर का पुल

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
1857 में देश का पहला स्वतंत्रता संग्राम हुआ और उसके ठीक पाँच साल बाद पटना और आरा के बीच सोन नदी पर कोईलवर पुल का उद्घाटन हुआ। ये एक रेल सह सड़क पुल है।
रोमांटिक है जयपुर का जल महल

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
जल महल राजस्थान की राजधानी जयपुर के मानसागर झील के मध्यप स्थित प्रसिद्ध ऐतिहासिक महल है। जयपुर से आमेर की तरफ जाते हुए दाहिनी तरफ जल महल दिखायी देता है। राजा इस महल को अपनी रानी के साथ अपना खास वक्त बिताने के लिए इस्तेेमाल करते थे।
कालीघाट : देवी का प्रचंड रूप देखें

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
कोलकाता का कालीघाट क्षेत्र अपने काली माता के मन्दिर के लिए प्रसिद्ध है। कालीघाट काली मन्दिर देश के 51 शक्तिपीठों में से एक है।