सुबह-सुबह खाली पेट दौड़ने (Running) से आपकी सेहत पर क्या होगा असर?

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दौड़ने के अनगिनत फायदे हैं और यही वजह है कि हर उम्र के लोग सुबह-सुबह दौड़ते नजर आते हैं। दौड़ने से वसा घटती है यानी फैट बर्न होता है और दम-खम (स्टैमिना) भी बढ़ता है।
लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि खाली पेट सुबह दौड़ने का स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है?

आपने अपने आस-पास अक्सर लोगों को सुबह-सुबह दौड़ते देखा होगा। कई लोग सुबह-सुबह दौड़ते हैं, ताकि वे खुद को फिट रख सकें। दौड़ने (running) के अनगिनत फायदे हैं और यही वजह है कि हर उम्र के लोग सुबह-सुबह दौड़ते नजर आते हैं। दौड़ना आपकी वसा को घटाता है यानी फैट बर्न होता है और दम-खम (स्टैमिना) भी बढ़ता है।

लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि खाली पेट सुबह दौड़ने का स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है?

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आप सुबह खाली पेट दौड़ते हैं तो इससे स्वास्थ्य को भी फायदा मिलता है। खाली पेट दौड़ना वजन घटाने का सबसे कारगर तरीका है। विशेषज्ञों का कहना है कि बिना कुछ खाये दौड़ने से शरीर में जमा वसा (फैट) तेजी से कम होती है। कई अध्ययनों में भी इस बात की पुष्टि हुई है। नियमित रूप से दौड़ने से शरीर का अतिरिक्त वजन कम किया जा सकता है।

विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि दौड़ना हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है। दौड़ने से रक्त संचार बेहतर होता है, जिससे कई बीमारियों से बचा जा सकता है और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) को मजबूती मिलती है। आइए जानते हैं कि खाली पेट दौड़ने के क्या-क्या फायदे हैं।

दिल की सेहत भी रहती है अच्छी

दिल को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना 10 से 15 मिनट दौड़ना चाहिए। दौड़ने से दिल बेहतर तरीके से खून को पंप करता है और इस तरह रक्त संचार सुचारू रूप से चलता रहता है। ऐसे में सुबह दौड़ना दिल की सेहत के लिए भी अच्छा होता है।

दौड़ने के कई और भी हैं फायदे  

दौड़ने से शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ती है, जिससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा भी कम होता है। खाली पेट दौड़ने से पाचन क्रिया भी बेहतर होती है और शरीर की मेटाबॉलिज्म दर बढ़ती है। नियमित रूप से सुबह दौड़ने से ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। दौड़ने के कई फायदे और भी हैं, जिनमें एक फायदा है अच्छी नींद आना। जिन्हें रात में नींद अच्छी नहीं आती, उनके लिए सुबह की दौड़ एक अच्छा विकल्प है। इससे उन्हें रात को गहरी नींद आती है।

(देश मंथन, 13 सितंबर 2024)

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