पीयूष पांडेय, व्यंग्यकार :
उपचुनावों में भाजपा को मिली हार और कांग्रेस-समाजवादी पार्टी को मिली जीत की विवेचना।
1. बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी योगी आदित्यनाथ का भव्य सम्मान समारोह करने जा रही है। पार्टी का स्पष्ट मानना है कि उनके अविस्मरणीय योगदान के बिना जीत नामुमकिन थी।
2. मोदी के जन्मदिन के लिए ऑर्डर किये गये लड्डुओं के ऑर्डर हलवाई ने कैंसिल नहीं किये थे, और कार्यकर्ता पार्टी भले न कर सकें लेकिन कल जम कर लड्डू उड़ाने के मूड़ में थे। अब लड्डू छिप कर खाने होंगे।
3. कांग्रेस ने जीत की जाँच के लिए एक जाँच दल बनाया है। कांग्रेस को समझ नहीं आ रहा कि लुप्तप्राय कांग्रेस समर्थक अचानक फॉर्म में कैसे आ गये। कांग्रेस को अंदेशा था कि सारे कांग्रेसी मोदी की जीत के बाद मंगल ग्रह कूच कर गये हैं।
4. इस जीत से उत्साहित मुलायम सिंह को लग रहा है कि देश ने गलती से मोदी को पीएम बना दिया है। मौका मिले तो वे यह अहम जिम्मेदारी संभालने को अभी भी तैयार हैं। वैसे, इसमें तो कोई शक रह ही नहीं गया कि पाँच साल बाद लाल किले से वे ही भाषण देंगे।
5. बताया जा रहा है कि कांग्रेस की जीत के बाद अचानक राहुल बाबा कोलंबिया का टूर रद्द कर वापस लौट रहे हैं। उन्हें इस बात की चिंता हो रही है कि लुटिया डुबोने में उनकी महारत थी – लेकिन अब विरोधी कह रहे हैं कि वे यह काम भी ठीक से नहीं कर सकते।
6. हार के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं को भय सता रहा है कि अब अमित शाह अंकल की संटी कौन झेलेगा? करे कोई भरे कोई के चक्कर में अनेक कार्यकर्ताओं ने पार्टी मुख्यालय को एडवांस सिक लीव के लिए आवेदन भेजा है।
7. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कांग्रेस की जीत के बाद सधी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है – ठीक है।
8. इन नतीजों के बाद आडवाणी जी नाराज़ हो गये हैं। वे कोप भवन में जाना चाहते हैं। अलबत्ता अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि अब उन्हें कौन मनाने जायेगा, इसलिए कार्यक्रम अटका हुआ है।
9. नरेंद्र मोदी ने जन्मदिन के मौके के लिए कार्यकर्ताओं से कहा था कि वे पार्टीबाजी ना करें और उन्हें सिर्फ हार पहनायें। कार्यकर्ताओं ने उन्हें ‘हार’ पहनायी।
10. इधर, लेफ्ट पार्टियों ने सेंट्रल कमिटी की बैठक बुलायी है कि वे उपचुनावों के नतीजे पर क्या प्रतिक्रिया दें।
(देश मंथन, 16 सितंबर 2014)