आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :
इश्तिहारी होर्डिंग्स बताती हैं कि फिल्म स्टार नीतू सिंह जी और ऋषि कपूर जी एनसीआर-नेशनल केपिटल रीजन की एक हाऊसिंग योजना में दिलचस्पी रखते हैं, आप चाहें, तो इनके पड़ोसी हो सकते हैं। इस एड से दूसरे आशय भी निकलते हैं।
औलाद जवान हो जाये, तो उसकी हरकतें ऐसी हो जाती हैं कि उसके साथ रहने में दिक्कतें होने लगती हैं। कपूर दंपत्ति के पुत्र रणबीर कपूर यूँ तो धारावाहिक तौर पर किसी ना किसी अफेयर में रहते हैं, पर क्या कुछ ऐसा हो गया अब कि उनके मम्मी पापा मुंबई छोड़ कर दूर एनसीआर में बसने की सोच रहे हैं। मतलब यूँ कि इश्तिहार के साथ ये बात भी जोड़ दी जाये कि कपूर दंपत्ति की शिफ्टिंग का उनके पुत्र की हरकतों से कोई ताल्लुक नहीं है।
दूसरी होर्डिंग के मुताबिक क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी एनसीआर में ऐसा कोई फ्लैट खरीदने का ख्याल रखते हैं। कप्तान साहब के बारे में खबरें आयी थीं कि इतने बिजी रहते हैं इश्तिहारों की शूटिंग, आईपीएल मैचों, आफीशियल वन डे और हारते टेस्ट मैचों में (इसी क्रम में) कि झारखंड में अपने घर जाने का टाइम ना मिलता, एनसीआर वाले घर में कब आयेंगे जी।
फिल्म स्टार सैफ अली की बहन सोहा अली, क्रिकेटर सुरेश रैना, फिल्म स्टार कंगना राणावत भी इश्तिहारी होर्डिंग्स के मुताबिक एनसीआर के किसी ना किसी हाऊसिंग स्कीम में दिलचस्पी रखती हैं। क्षमा करें, इनका पड़ोस हमारे किसी भी काम का नहीं। सोहाजी, सुरेशजी, कंगनाजी जिस हाऊसिंग सोसाइटी में होंगी, वहाँ के फंक्शन्स में बतौर मुख्य अतिथि जाने का वक्त भी ना होगा उनके पास।
दिल्ली में मेरा सर्वश्रेष्ठ पड़ोस वह था, जिसमें एक तरफ एक आटोवाले सरदारजी थे, दूसरी तरफ सब्जी की दुकान वाले मिश्राजी। सुबह तीन बजे भी आटो चाहिए, तो सरदारजी हँसते हुए मौजूद। मिश्राजी दस रुपये किलो आलू के भाव के बजाय साढ़े नौ लगा लिये करते थे।
खैर जी मैं तो उन हाऊसिंग स्कीम्स के इश्तिहारों की तलाश में हूँ, जिनमें एक तरफ आटो वाले हों, दूसरी तरफ सब्जी वाले हों और तीसरी तरफ प्लंबर हों और चौथी तरफ बिजली ठीक करने वाले।
ऐसा कोई इश्तिहार आपको दिखे, तो बताइये।
(देश मंथन 12 जून 2016)




आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :












