Tuesday, January 28, 2025

देश मंथन डेस्क

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नवेली दुल्हन सा सिंगार किए पटवा हवेली

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार:  

जैसलमेर की पटवा हवेली। शहर की सभी पुरानी हवेलियों में सबसे समृद्ध। वैसे तो जैसलमेर के टूरिस्ट मैप में पटवा हवेली, नाथमल की हवेली, सलीम सिंह की हवेली जैसे कई नाम गिनाए जाते हैं।

कश्मीर में सरकार आपकी पर ‘राज’ किसका?

संजय द्विवेदी, अध्यक्ष, जनसंचार विभाग, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय : 

कश्मीर में सुरक्षा बलों की दुर्दशा और अपमान के जो चित्र वायरल हो रहे हैं, उससे हर हिंदुस्तानी का मन व्यथित है। एक जमाने में कश्मीर को लेकर हुंकारे भरने वाले समूह भी खामोश हैं।

जैसलमेर की शान – सोनार किला

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार:  

मशहूर बांग्ला फिल्मकार सत्यजीत रे ने एक फिल्म बनायी थी सोनार किला। 1974 में रीलिज यह फिल्म बंगाली मानुष के बीच खूब लोकप्रिय हुई। यह 1971 के एक उपन्यास पर बनी फिल्म थी।

मोदी की जीत कहकर केजरीवाल की हार को छोटी मत कीजिए!

अभिरंजन कुमार, पत्रकार :

मीडिया हर रोज पीएम मोदी का जादू टेस्ट करता है। एमसीडी चुनाव में बीजेपी की जीत को भी वह पीएम मोदी का ही जादू बता रहा है। लेकिन वह यह बताने में संकोच कर रहा है कि यह बीजेपी की जितनी बड़ी जीत नहीं है, उससे कहीं अधिक बड़ी केजरीवाल की हार है। शायद विज्ञापन बहादुर केजरीवाल के विज्ञापनों का मोह उसे यह सच बताने से रोक रहा है।

मोदी की जीत कहकर केजरीवाल की हार को छोटी मत कीजिए!

अभिरंजन कुमार, पत्रकार :

मीडिया हर रोज पीएम मोदी का जादू टेस्ट करता है। एमसीडी चुनाव में बीजेपी की जीत को भी वह पीएम मोदी का ही जादू बता रहा है। लेकिन वह यह बताने में संकोच कर रहा है कि यह बीजेपी की जितनी बड़ी जीत नहीं है, उससे कहीं अधिक बड़ी केजरीवाल की हार है। शायद विज्ञापन बहादुर केजरीवाल के विज्ञापनों का मोह उसे यह सच बताने से रोक रहा है।

अभिव्यक्ति की आजादी क्या ईद की सेवई है, जिसे हर व्यक्ति को खिलाएँ?

अभिरंजन कुमार, पत्रकार :

अभिव्यक्ति की आजादी हर व्यक्ति के लिए नहीं होनी चाहिए। मसलन, आमिर खान और शाहरुख खान के लिए होनी चाहिए, लेकिन इरफान खान के लिए नहीं होनी चाहिए।

जो धर्म डराए, जो किताब भ्रम पैदा करे, उसे शिद्दत से सुधार की जरूरत!

अभिरंजन कुमार, पत्रकार :

जो कट्टरपंथी हैं, वे भी उसी एक किताब से हवाले दे रहे हैं। जो पढ़े-लिखे, उदारवादी और प्रगतिशील हैं, वे भी उसी एक किताब के सहारे सारी थ्योरियां पेश कर रहे हैं।

टाइम नहीं, घड़ी की पूछो

आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :   

मित्र सामने बैठे थे, लाखों की घड़ी पहने। मैं बिजी था, सिर्फ पैंतालीस मिनट तारीफ कर पाया महँगी घड़ी की।

सुनहला शहर, गोल्डेन सिटी जैसलमेर

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार:  

राजस्थान का जैसलमेर शहर यानी गोल्डेन सिटी। सुनहला शहर। सारा शहर पीले सोने की तरह दमकता दिखाई देता है। क्योंकि ज्यादातर इमारतें स्थानीय तौर पर मिलने वाले पीले रंग के पत्थरों से बनी हैं।

झूठ-फ्रेंडली तकनीक की ओर

आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :   

गूगल ने बताया कि जिस रास्ते पर आप रोज जाते हैं, उस रास्ते पर ट्रैफिक जाम है, रोज 28 मिनट लगते हैं, आज 50 मिनट लगने का अनुमान है।