Thursday, August 21, 2025

Sam

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ट्रैक टू डिप्लोमेसी पर हाफिज का दाग

पुण्य प्रसून बाजपेयी, कार्यकारी संपादक, आजतक : 

प्रधानमंत्री मोदी के साथ बाबा रामदेव। और बाब रामदेव के साथ प्रताप वैदिक। यह दो तस्वीरे मोदी सरकार से वेद प्रताप वैदिक की कितनी निकटता दिखलाती है। सवाल उठ सकते हैं।

सुबह का नास्ता अंकुरित चना और सत्तू

विद्युत प्रकाश : 

देश भर में सुबह के नास्ते का अलग अलग रिवाज है। जब आप झारखंड के शहरों में पहुँचेंगे तो हर जगह अंकुरित चने के स्टाल मिलेंगे। अब सेहत के लिहाज से अंकुरित चना खाना कितना बेहतर है ये बताने की जरूरत है भला।

अमेरिकी चकाचौंध का न्यौता क्या गुल खिलायेगा भारत में?

पुण्य प्रसून बाजपेयी, कार्यकारी संपादक, आजतक :

बजट में ऐसा क्या है कि दुनिया मोदी की मुरीद हो रही है। और बजट के अगले ही दिन दुनिया के सबसे पुराने लोकतांत्रिक देश के राष्ट्रपति का न्यौता दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के पीएम को मिल गया।

एचटीसी ने पेश किये दो नये स्मार्टफोन बाजार में

एचटीसी ने भारतीय बाजार में दो नये स्मार्टफोन पेश किये हैं। कंपनी ने डिजायर 616 और एचटीसी वन ई8 स्मार्टफोन बाजार में उतारे हैं। 

बिरसा कृषि विश्वविद्यालय – हम याद रखें उनको

विद्युत प्रकाश : 

कांके कभी राँची शहर का बाहरी इलाका हुआ करता था पर अब शहर के आगोश में समा चुका है। इसी कांके में है बिरसा कृषि विश्वविद्यालय। कभी इसका नाम राँची एग्रीकल्चर कालेज हुआ करता था।

काबुल में कोहराम

डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :

पिछले 40 साल में सत्ता का हस्तांतरण काबुल में कभी लोकतांत्रिक ढंग से नहीं हुआ। कभी खूनी तख्ता-पलट, कभी विदेशी हस्तक्षेप, कभी आंतरिक विद्रोह, कभी अराजकता- यही अफगान राजनीति का नजारा रहा है लेकिन इस बार ऐसा लग रहा था कि वहाँ भारत की तरह शांतिपूर्ण चुनाव होंगे और सत्ता का व्यवस्थित परिवर्तन होगा।

बजट 2014 : थोड़ी राहत, थोड़ा सुधार

राजीव रंजन झा :

अरुण जेटली ने आय कर में छूट की सीमा बढ़ा कर मध्यम वर्ग का दिल जीतने की कोशिश की है। अब ढाई लाख रुपये तक कर छूट, धारा 80सी के तहत एक लाख के बदले डेढ़ लाख रुपये तक की छूट और आवास ऋण के ब्याज पर डेढ़ लाख के बदले दो लाख रुपये की छूट को जोड़ कर देखें, तो कर छूट की सीमा छह लाख रुपये पर पहुँच गयी है।

संघ का शाह के जरिये राजनीतिक शह-मात का खेल

पुण्य प्रसून बाजपेयी, कार्यकारी संपादक, आजतक : 

जिस खामोशी से अमित शाह बीजेपी हेडक्वार्टर में बतौर अध्यक्ष होकर घुसे हैं उसने पोटली और ब्रीफकेस के आसरे राजनीति करने वालो की नींद उड़ा दी है। अध्यक्ष बनने के बाद भी खामोशी और खामोशी के साथ राज्यवार बीजेपी अध्यक्षों को बदलने की कवायद अमित शाह का पहला सियासी मंत्र है।

आर्थिक सर्वेक्षण 2013-14 : अर्थव्यवस्था सँभलने की उम्मीद और नसीहतें

राजीव रंजन झा :

केंद्रीय बजट से एक दिन पहले संसद में पेश आर्थिक सर्वेक्षण 2013-14 ने देश की वित्तीय हालत का प्रतिबिंब सामने रखा है। इसमें एक तरफ जहाँ यह उम्मीद जतायी गयी है कि 5% से कम विकास दर के दौर से अर्थव्यवस्था उबरने वाली है, वहीं सरकार को अपने घाटे पर नियंत्रण पाने, महँगाई पर काबू रखने और निवेश के माहौल को सुधारने की सलाह दी गयी है।

घोषणाओं की रेल के आगे

राजीव रंजन झा : 

सदानंद गौड़ा के ब्रीफकेस से कोई भभूत नहीं निकला, कोई चमत्कार नहीं हुआ। बुलेट ट्रेन की घोषणा जरूर हो गयी, लेकिन रेल बजट का पूरा भाषण सुनने के बाद लोगों को लगा कि अरे, पहले के भाषण भी तो ऐसे ही होते थे!