Tag: अभिरंजन कुमार
ध्रुवीकरण करने वाले नेताओं और एजेंट बुद्धिजीवियों से सावधान!

अभिरंजन कुमार :
मैं इस नतीजे पर पहुँचा हूँ कि इस देश के आम, गरीब, अनपढ़, कम पढ़े-लिखे, ग्रामीण लोग धर्मनिरपेक्ष हैं, लेकिन प्रायः सभी राजनीतिक दल, नेता, बुद्धिजीवी, पढ़े-लिखे और शहरी लोग सांप्रदायिक हैं।
मांझी से मजबूत होगा एनडीए

अभिरंजन कुमार :
जीतनराम मांझी के शामिल होने का फायदा एनडीए को निश्चित रूप से होगा और नीतीश कुमार को नेता घोषित करने का नुकसान निश्चित रूप से कांग्रेस-आरजेडी-जेडीयू-एनसीपी-कम्युनिस्ट गठबंधन को होगा।
क्या ब्लैकमेल हो गये लालू?

अभिरंजन कुमार :
पूरी तरह से मर चुकी कांग्रेस और अधमरे जेडीयू ने बिहार में लालू यादव को ब्लैकमेल कर लिया। सच्चाई यह है कि चारा घोटाले में सज़ायाफ़्ता होने और 15 साल तक जंगलराज चलाने के आरोपों के बावजूद लालू यादव का जनाधार नीतीश की तरह क्षीण नहीं हुआ है।
कृपया काम अधिक, छुट्टियाँ कम कीजिए जज साहब

अभिरंजन कुमार :
न्यायाधीशों की कांफ्रेंस का इस आधार पर विरोध करना कि वह गुड फ्राइडे के दिन क्यों रखी गयी, जस्टिस जोसेफ कुरियन की सांप्रदायिक, संकीर्ण और कुंठित सोच को दर्शाता है।
पहलाज की पहल का समर्थन होना चाहिए

अभिरंजन कुमार :
फिल्मों में गालियों के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाने की पहलाज निहलानी की पहल काबिल-ए-तारीफ है।
केजरीवाल और महत्वाकांक्षा

अभिरंजन कुमार :
अरविंद केजरीवाल ने शपथ ग्रहण के बाद जो भाषण दिया, वह बेहद संतुलित और राजनीतिक रूप से परिपक्व था। पिछली बार की गलतियों से सबक लेने और इस बार कुर्सी पर जमे रहने का संकल्प उनके भाषण में दिखा। लालच और अहंकार से बचने का सबक अच्छा है।
बॉलीवुड के पोर्न-कारोबारियों को रेपिस्टों जैसी सजा मिले

अभिरंजन कुमार :
इंटरनेट, टीवी और फिल्मों के जरिए बेलगाम फैलाई जा रही अश्लीलता हमारे लिए बड़ी चिंता का मसला है, लेकिन AIB विवाद ने हमारी चेतना को झकझोर कर रख दिया है, इसलिये इसे लेकर मैं तल्खतम टिप्पणी करना चाहता हूं।
साईं बाबा ही नहीं, घनश्याम पांडे भी ‘भगवान’ नहीं थे!

अभिरंजन कुमार :
साईं बाबा भगवान नहीं थे, यह तो तय है और इसीलिए शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की कई दलीलों से सहमत नहीं होते हुए भी तथ्य के आधार पर मैंने उनका समर्थन किया।
जनता के सारे भरम तोड़ डाले केजरीवाल ने

अभिरंजन कुमार :
केजरीवाल की बीमारी सिर्फ यह नहीं है कि वे खुद को छोड़ कर बाकी सबको चोर, बेईमान, भ्रष्ट मानते हैं, बल्कि उनकी बीमारी यह भी है कि वे खुद को छोड़ कर बाकी सबको मूर्ख, बेवकूफ और अनपढ़ भी मानते हैं।
मोदी और केजरीवाल के 27 भेद

अभिरंजन कुमार :
बनारस में भारत माता के दो सच्चे सपूतों नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल के बीच होने वाले मुकाबले में 12 मई को जनता को फैसला सुनाना है।









