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दक्षिणेश्वर की काली और बेलुर मठ
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार:
कोलकाता के काली घाट में माँ काली का प्रचीन मंदिर है तो शहर के उत्तरी हिस्से दक्षिणेश्वर में माँ काली का भव्य मंदिर है। स्वामी विवेकानंद के गुरू रामकृष्ण परमहंस इस मंदिर में माँ काली की उपासना किया करते थे।
छात्र-युवा ही बनाएँगे समर्थ भारत
संजय द्विवेदी, अध्यक्ष, जनसंचार विभाग, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय :
भारत इस अर्थ में गौरवशाली है कि वह एक युवा देश है। युवाओं की संख्या के हिसाब से भी, अपने सार्मथ्य और चैतन्य के आधार पर भी। भारत एक ऐसा देश है, जिसके सारे नायक युवा हैं। श्रीराम, श्रीकृष्ण, जगदगुरू शंकराचार्य और आधुनिक युग के नायक विवेकानंद तक। युवा एक चेतना है, जिसमें ऊर्जा बसती है, भरोसा बसता है, विश्वास बसता है, सपने पलते हैं और आकांक्षाएँ धड़कती हैं। इसलिए युवा होना भारत को रास आता है। भारत के सारे भगवान युवा हैं। वे बुजुर्ग नहीं होते। यही चेतना भारत की जीवंतता का आधार है।
उन्हें भारत से नफरत क्यों है?
संजय द्विवेदी, अध्यक्ष, जनसंचार विभाग, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय :
यह समझना मुश्किल है कि संस्कृत का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा से क्या लेना-देना है, किंतु संस्कृत का विरोध इसी नाम पर हो रहा है कि संघ परिवार उसे कुछ लोगों पर थोपना चाहता है।