Tag: हाफिज सईद
“हाफिज को तो पाँचवी बार गिरफ्तार किया है पाकिस्तान ने”
क्या भारत में आतंकवाद फैलाने वालों को प्रश्रय देने के बारे में पाकिस्तान की नीति कुछ बदली है? क्या अमेरिका भारत के पक्ष में पाकिस्तान पर दबाव डाल रहा है या आगे ऐसा दबाव डालेगा? कश्मीर पर भारत सरकार की नीति क्या अंधी सुरंग में फँसी हुई है? ऐसे कुछ अहम सवालों, पाकिस्तान में हाफिज सईद को आतंकी सूची में डाले जाने और भारत-पाक संबंधों की गुत्थियों पर जाने-माने राजनयिक और पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त जी. पार्थसारथी से देश मंथन के संपादक राजीव रंजन झा की विशेष बातचीत।
JNU में वामपंथियों की देश विरोधी करतूत
सुशांत झा, पत्रकार :
हाफिज़ सईद के JNU के कॉमरेडों को समर्थन देने की खबर IBN की साइट ने लगायी थी, बाद में जनसत्ता ने भी लगा दी। खबर का आधार संदेहास्पद था, IBN ने हटा दी। पहले Saurabh Dwivedi ने मुझे इनबॉक्स में इशारा किया, तब तक मैं उसे शेयर कर चुका था।
समझ का हेर—फेर
रामबहादुर राय, राजनीतिक विश्लेषक और संपादक, यथावत :
डॉ. वेद प्रताप वैदिक आजकल गुरु के गाँव में रहते हैं। जो गुड़गाँव कहलाता है। चाहे नया हो या पुराना, हर गुड़गाँव वासी पर यह बात लागू हो या नहीं, पर वैदिक अपने गुरु आप हो गये हैं। अपने घर के एक कोने में वे मिले। उनके चेहरे पर तूफान में फँसे होने की कोई लकीर नहीं थी। उन्हें देखकर और सुनकर यह महसूस नहीं हआ कि यह व्यक्ति बेचैन है।
ट्रैक टू डिप्लोमेसी पर हाफिज का दाग
पुण्य प्रसून बाजपेयी, कार्यकारी संपादक, आजतक :
प्रधानमंत्री मोदी के साथ बाबा रामदेव। और बाब रामदेव के साथ प्रताप वैदिक। यह दो तस्वीरे मोदी सरकार से वेद प्रताप वैदिक की कितनी निकटता दिखलाती है। सवाल उठ सकते हैं।