राजीव रंजन झा :
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यह बात अच्छी तरह जानते हैं कि चुनाव आयोग अब वापस कागजी मत-पत्र (बैलट पेपर) के युग में नहीं लौटेगा और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का ही इस्तेमाल होगा।
फिर क्या वजह है कि उन्होंने कागजी मत-पत्र से एमसीडी चुनाव कराने की माँग की है? क्या वे दिल्ली की जनता का मोहभंग होने और अपना जनाधार खिसकने की संभावना देख रहे हैं और अपनी संभावित हार के लिए पहले से ही एक बहाना तैयार कर रहे हैं?
दिलचस्प है कि ईवीएम से ही पंजाब में भारी जीत दर्ज करने वाली कांग्रेस भी दिल्ली में कागजी मत-पत्र की माँग पर केजरीवाल का साथ देने को खड़ी हो रही है।
(देश मंथन, 14 मार्च 2017)