दक्षेस-राष्ट्रों को निमंत्रण

डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :
नरेंद्र मोदी ने अपने शपथ-समारोह में दक्षेस-राष्ट्रों के नेताओं को आमंत्रित करके पड़ौसी देशों को मैत्री का नया संदेश दिया है। भारत के किसी भी प्रधानमंत्री ने अब से पहले ऐसी पहल नहीं की है।
जनता के सारे भरम तोड़ डाले केजरीवाल ने

अभिरंजन कुमार :
केजरीवाल की बीमारी सिर्फ यह नहीं है कि वे खुद को छोड़ कर बाकी सबको चोर, बेईमान, भ्रष्ट मानते हैं, बल्कि उनकी बीमारी यह भी है कि वे खुद को छोड़ कर बाकी सबको मूर्ख, बेवकूफ और अनपढ़ भी मानते हैं।
मोदी की छवि में चार चाँद

डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :
प्रधानमंत्री पद के लिए नेता पद स्वीकार करते समय नरेंद्र मोदी ने संसद के केंद्रीय कक्ष में जो भाषण दिया, उसने मोदी की छवि में चार चाँद लगा दिए हैं।
क्यों अलोकतांत्रिक है आनंदी बेन के चयन का तरीका

राजीव रंजन झा :
नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और उन्हें मिले विशाल जनादेश की ओट में आनंदी बेन पटेल का मुख्यमंत्री चुना जाना लोकतांत्रिक परंपरा के बारे में कुछ सवाल खड़े कर जाता है।
जीतन राम माँझी के चयन पर बँट गयी लोगों की राय

बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले नीतीश कुमार ने कल जीतन राम माँझी को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया।
माँ-बेटा कांग्रेस पर कृपा करें

डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :
कांग्रेस ने इस चुनाव में जैसी मार खाई, क्या पहले कभी खाई? लेकिन कोई भी मुँह क्यों नहीं खोल रहा है? क्योंकि इस पार्टी के बड़े-बड़े नेपोलियन बोनापार्ट पिछले 40-45 साल में बौने हो गये हैं।
देता है बोसा, बगैर इल्तिजा किए!

डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :
न भाजपा ने कहा और न ही नरेंद्र मोदी ने! दोनों ने ही नहीं कहा कि हमें आपसे संबंध बढ़ाने हैं लेकिन फिर भी ओबामा प्रशासन बधाइयाँ भेज रहा है। भारत की दाढ़ी सहला रहा है। मुझे गालिब की एक पंक्ति इस मौके पर याद आ रही है।
अब राहुल बचाओ!

डॉ वेद प्रताप वैदिक, राजनीतिक विश्लेषक :
कांग्रेस खुद को तो बचा न सकी। अब वह राहुल को बचाने में लगी हुई है। सोनिया गांधी के दरबारी सलाहकार, जिन्हें हम ‘बड़े नेता’ कहें तो उन्हें अच्छा लगता है, वे इकट्ठे होकर सोच रहे हैं कि अब क्या करें?
कैसी होगी मोदी सरकार?

अखिलेश शर्मा, वरिष्ठ संपादक (राजनीतिक), एनडीटीवी :
वोटों की गिनती 16 मई को सुबह शुरू होगी और दोपहर तक तस्वीर साफ हो जायेगी कि किसकी सरकार बनेगी। अगर जनमत सर्वेक्षणों और एक्जिट पोल के रूझान परिणाम में बदलते हैं, तो नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एनडीए सरकार बन सकती है।
एनडीए रोकेगा भ्रष्टाचार और सरकारी घाटा

पीयूष गोयल, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष और राज्य सभा सांसद, भाजपा :
यूपीए सरकार महँगाई दर घटाने के लिए ब्याज दरें बढ़ाती है, जबकि हमारा कहना है कि महँगाई दर और ब्याज दर दोनों में कमी आ सकती है अगर आपूर्ति के पक्ष पर ध्यान दिया जाये। वे पहले भ्रष्टाचार करते हैं, उसके बाद ढिंढोरा पीटते हैं कि हम उसको रोकेंगे।
मोदी और अनुप्रिया पटेल

रवीश कुमार, वरिष्ठ टेलीविजन एंकर :
पूरे वाराणसी में भाजपा की दो ही प्रकार की होर्डिंग लगी है। एक में भाजपा बनारस और गंगा को लेकर नारे लिखे हैं और दूसरे में इन्हीं बातों को लेकर नरेंद्र मोदी की तस्वीरें हैं। सिर्फ मोदी की तस्वीरें। लेकिन पटेलों के इलाक़े में बीजेपी का प्रचार कवर मुझे ये पर्चा दिखा।
सियासत की गलियों से अलविदा हो जायेंगे मनमोहन?

विकास मिश्रा, आजतक :
मनमोहन सिंह अब कभी किसी सियासी मंच पर नजर नहीं आयेंगे। नेपथ्य से निकलकर अचानक सियासत के मंच पर आये थे और देश के सबसे बड़े पद तक पहुँचे।