आनंदपुर साहिब से कांगड़ा

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विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :

आनंदपुर साहिब का बस स्टैंड छोटा सा है पर साफ-सुथरा। स्वच्छ भारत अभियान का असर दिखायी देता है। यहाँ से मैं कांगड़ा के लिए बस के बारे में पूछता हूँ। लोग बताते हैं कि नंगल चले जाइए वहाँ से मिली। नंगल जाने वाली बस में बैठ जाता हूँ। नंगल 20 किलोमीटर आगे है।

नंगल पहुँचने पर बाजार अपना सा लगता है। पहले भी कई बार यहाँ आ चुका हूँ। नैना देवी यहाँ से बिल्कुल पास में है। अब तो रोपवे भी बन गया है देवी तक पहुँचने के लिए। पर मेरा रास्ता तो अलग है। नंगल से उना की बस लेता हूँ। पहाड़ों पर टुकड़ों में यात्रा करें तो भी कोई फर्क नहीं पड़ता। 

उना हिमाचल प्रदेश का जिला है जो पंजाब की सीमा से लगता है। ऊना रेलवे नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। वैसे रेल तो अब उना से आगे अब इंदौरा तक जाती है। पर अभी वहां बेहतर स्टेशन और प्लेटफार्म नहीं बने हैं। अगर आपको कांगड़ा जाना हो तो दिल्ली से चल कर अंब इंदौरा तक रेल से जा सकते हैं। नंगल से पाँच किलोमीटर आगे मेहतपुर बैरियर से हिमाचल प्रदेश आरंभ हो जाता है। बीच में नया नंगल रेलवे स्टेशन दिखायी देता है।  उना का बस स्टैंड बीच बाजार में है। बस स्टैंड के आसपास कई आवासीय होटल हैं। खाने-पीने के सस्ते विकल्प मौजूद हैं। अगली बस लेने से पहले कुलचा खाता हूँ।

यहाँ से अगली बस लेता हूँ भरवाई तक के लिए। क्योंकि कांगड़ा की सीधी बस आने में देर है। तो आगे बढते रहना चाहिए। रास्ते में अंब और मुबारक पुर जैसे छोटे पड़ाव आते हैं। भरवाई दरअसल चिंतपूर्णी देवी के मंदिर के ठीक पहले का बाजार है। भरवाई से अगली बस भी कांगड़ा की नहीं मिलती है तो देहरा तक की बस में बैठ जाता हूँ। देहरा बड़ा बस जंक्शन है। लंबी दूरी की तमाम बसें यहाँ से गुजरती हैं। भरवाई से देहरा 19 किलोमीटर है। बीच में ढलियारा आता है। 

देहरा से पहले व्यास नदी पर सड़क पुल भी आता है। देहरा बस स्टैंड में थोड़े इंतजार के बाद धर्मशाला जानेवाली सीधी बस खुलती है जो कांगड़ा होकर ही जाएगी। ये नेशनल हाईवे नंबर 503 है। रास्ते में रानीताल आता है। यह कांगड़ा वैली रेलवे के ज्वालामुखी रोड रेलवे स्टेशन के पास है। आगे कुछ दूरी तक रेलवे लाइन और सड़क साथ साथ चलते हैं। बनेर खडड नामक नदी आती है। आगे दौलतपुर और समेला जैसे छोटे स्थान आते हैं। अंधेरा होने के साथ बस कांगड़ा शहर में प्रवेश कर जाती है। मैं बस स्टैंड से पहले ही सिविल हास्पीटल के पास उतर जाता हूं।

यात्रा मार्ग – आनंदपुर साहिब- नंगल- नया नंगल- मेहतपुर- उना- अंब- मुबारकपुर-भरवाई- ढलियारा- देहरा – रानीताल – बनेर खड्ड- दौलतपुर- कांगड़ा ( उना से कांगड़ा 102 किलोमीटर) 

(देश मंथन 22 फरवरी 2016)

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