दादर यानी मुंबई का दिल

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विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :

वैसे तो मुंबई बहुत बड़ी है। पर मुंबई का दिल तो दादर में बसता है। भला कैसे। अगर आप नक्शे में देखेंगे तो दादर मुंबई के लगभग बीच में है। मैंने अपने मुंबई के पुराने दोस्त आईपीएस यादव से पूछा की मुंबई में घूमने के लिए कुछ दिन रुकना हो तो कहाँ रुकना ठीक होगा। उन्होंने कहा, दादर में रुकिए। वहाँ से सारे स्थानों को जाने के लिए गाड़ियाँ मिल जाती है। वैसे दादर कहीं से भी बीच में है। यह काफी हद तक सही भी है। 

अगर लोकल ट्रेन के हिसाब से देखें तो दादर वेस्टर्न और सेंट्रल रेलवे दोनों पर पड़ता है। वहीं आप दादर से कुर्ला जा कर हार्बर लाइन की ट्रेनें भी पकड़ सकते हैं। सेंट्रल लाइन पर आप दादर से छत्रपति शिवाजी टर्मिनस भी आसानी से पहुँच सकते हैं तो वेस्टर्न लाइन पर चर्च गेट स्टेशन तक भी आसानी से जा सकते हैं। वहीं एयरपोर्ट (सांताक्रूज), फिल्म सिटी ( गोरेगांव) और अंधेरी, बांद्रा जैसे उपनगरीय इलाके भी दादर से काफी पास में हैं।

लंबी दूरी की तमाम ट्रेनें दादर होकर गुजरती हैं तो कई रुकती भी हैं। कुछ साल पहले जब मैं बड़ौदा से मुंबई जा रहा था तो हमारी ट्रेन मुंबई सेंट्रल जाने वाली थी। पर हमें जाना था छत्रपति शिवाजी टर्मिनल तो हमारी महिला सहयात्री ने बताया कि आप दादर उतर कर सीएसटी की लोकल ट्रेन पकड़ लें वो बेहतर होगा। इसी तरह हम पुणे से आ रहे तो हमारी ये ट्रेन (चालुक्य एक्सप्रेस) भी सेंट्रल तक जाने वाली थी। इस बार भी हमने वही किया दादर उतर कर लोकल से सीएसटी के लिए रवाना हुए। वैसे दादर रेलवे स्टेशन से हार्बर लाइन का वडाला लोकल स्टेशन भी काफी नजदीक है। आप दादर से बाहर निकल कर वडाला तक टहलते हुए भी जा सकते हैं। मोनो रेल का वडाला डिपो स्टेशन भी दादर से ज्यादा दूर नहीं है। जल्द ही दादर से होकर मोनो रेल भी गुजरने लगेगी।

मुंबई में किसी दोस्त से मिलना हो तो आप दादर में मिलने का तय कर सकते हैं। आप दोनों अलग अलग कोने पर रहते हों तो भी यहाँ आ कर मिलना हो सकता है। मुंबई का प्रसिद्ध सिध्दिविनायक मंदिर भी दादर रेलवे स्टेशन से पास में है। आप दादर पश्चिम की तरफ उतर कर सिद्धिविनायक मंदिर के लिए टैक्सी की सेवा ले सकते हैं।

दादर के पश्चिमी क्षेत्र में समुद्र तट भी ज्यादा दूर नहीं है। इसी समुद्र तट पर स्थित है चैत्य भूमि। चैत्य भूमि जहाँ 6 दिसंबर को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का महापरिनिर्वाण हुआ था। हर साल 6 दिसंबर को यहाँ लाखों लोग पहुँचते हैं। अब यहाँ पर विशाल और भव्य स्मारक बनाया जा रहा है। वैसे दादर के इलाके में होलसेल बाजार भी है। मनीष मार्केट खरीदारी करने वालों की पसंदीदा जगह है। दादर पूर्व में कालनिर्णय पंचाग का दफ्तर नजर आता है तो मराठी साहित्य सम्मेलन का भवन नजर आता है। दादर पूर्व में रेलवे स्टेशन के सामने स्वामी नारायण संप्रदाय का भव्य मंदिर भी है। आपको दादर रेलवे स्टेशन के आसपास ठहरने के लिए मध्यम दर्जे के तमाम होटल भी मिल सकते हैं।

(देश मंथन  19 अप्रैल 2016)

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