विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
राजस्थान के सीकर जिले में खाटू श्याम का प्रसिद्ध मन्दिर है। देश भर से श्रद्धालु उनके दर्शन के लिए पहुँचते हैं। खाटू श्याम जी महाभारत की कथा के बबर्रीक हैं।
उनकी कथा का वर्णन स्कन्द पुराण के माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड कौमारिका खंड में आती है। खाटू श्याम जी कलियुग में कृष्ण के अवतार माना जाता है। इन्होंने श्री कृष्ण से वरदान प्राप्त किया था कि वे कलियुग में उनके नाम से पूजे जाएँगे। कृष्ण बर्बरीक के महान बलिदान से प्रसन्न हुए और वरदान दिया कि जैसे-जैसे कलियुग का अवतरण होगा, तुम श्याम के नाम से पूजे जाओगे। तुम्हारे भक्तों का केवल तुम्हारे नाम का सच्चे दिल से उच्चराण मात्र से ही उद्धार होगा। यदि वे तुम्हारी सच्चे मन और प्रेमभाव रखकर पूजा करेंगे तो उनकी सभी मनोकामना पूर्ण होगी और सभी कार्य सफल होंगे। कृष्ण ने कहा था कि कलियुग में हारे हुए का साथ देने वाला ही श्याम नाम धारण करने में समर्थ है। कहा जाता है कि बर्बरीक का शीश खाटू में दफनाया गया था। इसी स्थल पर उनका मन्दिर बना है।
खाटू श्याम का मूल मन्दिर 1027 में रूपसिंह चौहान और उनकी पत्नी नर्मदा कंवर द्वारा बनाया गया था। मारवाड़ के शासक ठाकुर के दीवान अभय सिंह ने ठाकुर के निर्देश पर 1720 में मन्दिर का जीर्णोद्धार कराया। मन्दिर इस समय अपने वर्तमान आकार ले लिया और मूर्ति गर्भगृह में प्रतिष्ठापित किया गया था। मूर्ति दुर्लभ पत्थर से बनी है।
यूँ तो खाटू श्याम के दरबार में सालों भर हर रोज भीड़ होती है पर, फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष में यहाँ विशाल मेला भरता है, जिसमें देश-विदेश से भक्तगण पहुँचते हैं। हजारों लोग यहाँ पदयात्रा कर पहुँचते हैं, वहीं कई लोग दंडवत करते हुए खाटू नरेश के दरबार में हाजिरी देते हैं। हर एकादशी और रविवार को भी यहाँ भक्तों की लंबी कतारें लगी होती हैं। मन्दिर के आसपास सुन्दर सा बाजार है। यहाँ से लोग मोर पंख और राजस्थानी पगड़ियाँ खरीद कर ले जाते हैं। मन्दिर के आसपास में रहने के लिए कई धर्मशालाएँ और गेस्ट हाउस बने हुए हैं।
कैसे पहुँचे
जयपुर से खाटू श्याम के लिए सीधी बस सेवा है। सिंधी कैंप बस स्टैंड से अमूमन हर आधे घंटे पर बसें मिलती हैं। ये बसें रींगस होते हुए खाटू श्याम तक जाती हैं। अगर आप ट्रेन से जाएँ तो जयपुर से रींगस तक जा सकते हैं छोटी लाइन से। दिल्ली से रींगस तक के लिए सीधी रेलगाड़ियाँ भी हैं। वहाँ से फिर बस लेनी पड़ेगी। जयपुर से खाटू श्याम की दूरी 69 किलोमीटर है। दिल्ली से जाना हो तो दिल्ली से जयपुर मार्ग पर कोटपुतली उतरें। यहाँ से नीमका थाना होते हुए खाटू श्याम पहुँच सकते हैं। मन्दिर से आधे किलोमीटर पहले छोटा सा बस स्टैंड है। दिल्ली से खाटू श्याम के लिए हर महीने के पहले शनिवार को बस भी जाती है जो खाटू श्याम और सालासर बालाजी के दर्शन कराकर वापस ले आती है।
(देश मंथन, 27 जुलाई 2015)