नई पीढ़ी के पेय और बचपन की यादें – पेपर बोट

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संजय कुमार सिंह, संस्थापक, अनुवाद कम्युनिकेशन :

आज सुबह के अखबार में अमरूद और लाल मिर्च की इस फोटू ने पुराने दिन याद करा दिये। पिछले कई साल से अमरुद तो आराम से उपलब्ध है ही, लाल मिर्च की भी कोई कमी नहीं रही। पर ऐसे अमरुद नहीं खाया। खाया नहीं क्या किसी ने खिलाया ही नहीं। बचपन में अमरुद बेचने वाला पूछ कर और कई बार बिना पूछे भी अमरुद इस तरह काट कर लाल मिर्च भर देता था। आज यह तस्वीर देख कर वो सब स्वाद याद आ गया। पुराने दिन याद आ गये। खाक अच्छे दिन-पुराने दिन बहुत अच्छे थे। 

दिल्ली आ कर पता चला कि केला मसाला डाल कर खाया जाता है और मूंगफली के साथ नमक मिर्च नहीं मिलता था। सेब चाकू से काट कर यहीं खाया। हम तो छोटा ही सही, पर दाँत से काट कर सेब खाते थे। बगैर नमक मसाले का। कटा सेब भूरा हो जाता है ये तो फिजिक्स में पढ़ा तब जाना। अब का हाल पता नहीं है। ना तो समय मिलता है और ना मौका कि मूँगफली खायी जाए। जब कभी याद रहता है तो घर पर ही ये सब शौक पूरा करता रहता हूँ। अब लिस्ट में अमरुद और मिर्च भी शामिल हो गया है। 

यह विज्ञापन पेपर बोट का है। जी हाँ वो कागज की कश्ती, वो बारिश का पानी याद दिलाने वाली छुटकी नाव। ऐसी चीजें पेश करने में इसका जवाब नहीं। मुझे दिख जाए तो कुछ ना कुछ ले ही लेता हूँ। इसके इतने आयटम हैं कि हर बार कोई नया लेता हूँ। अमरुद मिर्च का स्वाद पीने में कैसा लगेगा पता नहीं इसलिए मैं तो पहले खा कर स्वाद ताजा करूँगा फिर पीने के बारे में सोचूँगा। 

फिलहाल आपमें से जो लोग पेपर बोट या उसके उत्पादों के बारे में नहीं जानते हैं उनके लिए थोड़ी चर्चा पेपरबोट की। आपमें से बहुतों को पता नहीं होगा कि पेपर बोट के उत्पादों में सत्तू मसालेदार, ठंडा रसम और भारत का पहला पूरी तरह प्राकृतिक, सही अर्थों में ब्रू किया हुआ ग्लुटेन मुक्त आईस टी शामिल है। इनमें वो सारी चीजें हैं जिन्हें भारत में लोग चाय के साथ पसंद करते हैं – अदरक, नींबू और तुलसी। गोलगप्पे का पानी भी ऐसे ही उत्पादों में है और अगर पी सकें, तो अलग ही मजा देता है। 

Paper Boat (पेपर बोट) की खासियत है कि सिर्फ प्राकृतिक फ्लेवर पेश करने के अपने वादे पर कायम रहता है जो मिठास के मामले में भी कुछ कम हैं। सर्वोच्च गुणवत्ता वाले अवयवों से बनाई गई पेय की यह रेंज भारतीय रसोई में हमेशा से पसंदीदा पेयों पर केंद्रित है। कंपनी का कहना है, पेपर बोट में हमलोग नई पीढ़ी के पेय पीने वालों का परिचय बचपन की यादों से अच्छे संबंध वाले जोरदार भारतीय फ्लेवर से कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमलोगों ने देश भर के भिन्न हिस्सों से परंपरागत पेय का पता लगाया है और खुशी है हम सत्तू, रसम और आईस टी जैसे क्लासिक पेश कर रहे हैं – अभिनव और स्वास्थ्यकर ‘ट्विस्ट’ के साथ। 

ये पेय प्राकृतिक अवयवों से बने हैं और इनमें किसी प्रीजरवेटिव (परिरक्षक) का उपयोग नहीं किया गया है और चीनी का उपयोग कम या नहीं किया गया है। यही नहीं, ये प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट से समृद्ध हैं और इस तरह इनका सेवन स्वास्थ्य कर भी है। पेपरबोट के अन्य उत्पादों में आमरस, जलजीरा, जामुन कालाखट्टा, आम पन्ना, कोकुम, इमली का अमलाना उल्लेखनीय है। 

पेपर बोट आपके लिए गोलगप्पे का वही पानी पेश कर रहा है जो चौक चौराहों पर उपलब्ध तो होता है पर वहाँ खड़े हो कर खाने की हिम्मत आप नहीं कर पाते हैं और खा लें तो डर लगा रहता है कि पानी कैसा था। खट्टा ज्यादा तो नहीं था। आदि आदि। पेपर बोट के साथ पेट खराब होने का डर नहीं है। पेपर बोट के गोलगप्पे के पानी में इमली, नीम्बू का रस और थोड़ी लाल मिर्च है। इमली के कारण यह प्रतिरक्षण बढ़ाने का काम करता है, जबकि नीम्बू का रस खाना पचाने में सहायता करता है। 

(देश मंथन, 28 अप्रैल 2016)

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