वाहकाबा फाल्स – मीठे मीठे झरने हैं, झरनों का पानी कैसा…

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विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार:  

शिलांग से चेरापूंजी जाने वाली सड़क काफी अच्छी है। पहाड़ों के साथ चहल कदमी करती सड़क के दोनों तरफ हरियाली खूब है। रास्ते में कई मोड़ आते हैं पर ये मोड़ तीखे नहीं हैं।

रास्ता घुमावदार है पर चक्कर नहीं आते। अचानक हमें सड़क के बगल में नार्थ इस्ट की लोकप्रिय सब्जी इसकोस फले हुए नजर आते हैं। हम रुक कर उसकी फोटो लेने लगते हैं। तभी पास से एक महिला आवाज लगाती है। हम उन्हें समझाते हैं हम आपकी सब्जी तोड़ नहीं रहे सिर्फ फोटो ले रहे हैं। 

ये है सब्जी इसकोस…

वांकी टैक्सी में आने वाली फिल्म रॉक इन टू का गाना बजा रहे हैं। इस फिल्म की शूटिंग शिलांग और चेरापूंजी हसीन वादियों में हुई है। फिल्म नवंबर 2016 में रीलिज हुई है। हमारी अगली मंजिल है वाहकाबा फाल्स। यह चेरापूंजी शहर से पहले बायीं तरफ पड़ता है। प्रवेश टिकट है 20 रुपये का। चाहे आप एक व्यक्ति हों या फिर समूह में टिकट इतना ही लगता है। हमलोग टैक्सी से उतर कर झरने का नजारा करने चल पड़ते हैं। कल कल झरते इन झरनों का पानी इतना मीठा है कि क्या कहना। वास्तव में यही असली मिनरल वाटर है, जो पहाड़ों से प्राकृतिक तौर पर अलग अलग स्तरों पर स्वच्छ होकर आता है।  

वाहकाबा फाल्स में आप 170 से 180 मीटर की ऊंचाई से पानी गिरते हुए देख सकते हैं। झरने के आसपास पहाड़ और सुंदर रास्ते बने हैं। झरने को देखने के लिए आपको सड़क से काफी सीढ़ियाँ उतर कर नीचे की ओर जाना पड़ता है। पर घबराइए नहीं नीचे तक जरूर पहुँचिए। नीचे पहुँचने पर आपको कुदरत का अदभुत नजारा दिखाई देता है। 

यहाँ पर फोटो खिंचवाने और शूटिंग करने के लिए पर्याप्त संभावना है। झरने का सफेद पानी पहाड़ों से टकराता हुआ लगातार आगे बढ़ता नजर आता है। श्वेत निर्मल जल में अदभुत मिठास है। पर ये सारा पानी आखिर जाता कहाँ हैं… झरने के आसपास जहां तक आपकी नजर जाती हो सुंदर नजारे हैं। पर ये तो अभी शुरुआत है, चेरापूंजी के रास्ते में इससे भी सुंदर नजारे आपका इंतजार कर रहे हैं। चेरापूंजी जाने वाले सैलानियों का यह प्रमुख पड़ाव होता है। इस पड़ाव की दूरी शिलांग से चेरापूंजी के मार्ग पर कोई 15 किलोमीटर है। वाहकाबा फाल्स की बात करें तो सरदियों की सुबह में लोग बताते हैं कि यहाँ कुछ भी दिखाई नहीं देता।

चेरापूंजी से आगे सोहरा टूरिस्ट सर्किट में कुल 20 के आसपास झरने हैं। इन झरनों के बीच वाहकाबा फाल्स काफी प्रसिद्ध है। वास्तव में इसे आप झरनों का शहर कह सकते हैं। अगर शिलांग बारिश के दिनों में पहुँचते हैं तो आपको यहाँ कुदरत का और भी अदभुत नजारा देखने को मिल सकता है। हाँ! तेज बारिश के कारण कई बार आपके पर्यटन में व्यावधान आ सकता है। वाहकाबा फाल्स के पास दो चार दुकाने हैं जहां आप पानीऔर खाने पीने की वस्तुएं खरीद सकते हैं। आप अपनी टैक्सी से हैं मन मुताबिक इस झरने के पास समय दे सकते हैं। अगर झरने से जी भर गया है तो आगे चलने के लिए तैयार हो जाइए।

(देश मंथन,  20 मार्च 2017)

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