गर्ल फ्रेंड्स ट्रेनिंग सेन्टर

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आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :

क्षमा करें, पीएम मोदी जिन नौजवानों के भरोसे विदेशों से निवेशकों के निमन्त्रण भेज रहे हैं, उनके बारे में सारी रिपोर्टें सही नहीं हैं।

मोदी अभी अमेरिका में तमाम उद्यमियों को बता कर आये हैं, हमारे यहाँ नौजवान जनसंख्या है। उनकी डिमान्ड भी बहुत आयेगी, मोटा मुनाफा आयेगा, इसलिए हे अमेरिकन उद्यमियों इंडिया आकर माल बनाओ, माल बेचो, हमारे नौजवान खरीदेंगे।

पर साहब भारत के सारे नौजवान सिर्फ खरीदने का काम नहीं कर रहे हैं।

पिछले दिनों लगातार ये खबरें पढ़ीं – गर्ल फ्रेंड के चक्कर में युवक ने किसी लड़की का मोबाइल छीन लिया। गर्ल फ्रेंड के चक्कर में नौजवान ने किडनैपिंग की। गर्ल फ्रेंड के चक्कर में युवक ने रहजनी की। यानी गर्ल फ्रेंड ने अपने नौजवान दोस्त को प्रेरित नहीं किया कायदे से कि पहले ढंग से पढ़ लिख लो। फिर कोई नौकरी धन्धा कर लेना। फिर जो रकम मिले नौकरी – धन्धे से उससे मेरे लिए मोबाइल खरीदना। इस तरह से डिमान्ड पैदा होती है। यूँ उचक्के नौजवान भी डिमान्ड पैदा कर रहे हैं, जिस लड़की से मोबाइल छीना गया है, वह दोबारा मोबाइल जरूर लेगी। पर यह डिमान्ड पैदा करने के सही तरीका नहीं है ना।

और देश की गर्ल-फ्रेंड्स माफ करो, तुम्हारे बारे में भी सारी खबरें नहीं आ रही हैं। तुम कायदे से अपने दोस्तों – प्रेमियों को प्रेरित नहीं कर पा रही हो। नौजवान तो चलो होते ही नासमझ हैं, पर कुछ तुम्हारा जिम्मा बनता है या नहीं।

आप देखें, ऐसी खबर एक भी नहीं आयी कि माता-पिता की बीमारी के इलाज के लिए नौजवान से रहजनी की। खबर ये ही है कि गर्ल फ्रेंड को विदेश यात्रा कराने के लिए रहजनी कर दी। माता-पिता की ना सुन रहे, गुरुओं की नहीं सुन रहे, धर्मग्रन्थों की ना सुन रहे। नौजवान सिर्फ गर्ल फ्रेंड्स की सुन रहे हैं। गर्ल फ्रेंड्स समझदार हैं, वो किसी की ना सुन रही हैं, सिर्फ सुना रही हैं बाय फ्रेंड्स को।

हे गर्ल फ्रेंड्स, कुछ कायदे की बातें भी सुना दिया करो। तुम्हारी बहुत सुनी जाती है, इस नौजवान मुल्क में। तुम अपना दायित्व ढंग से समझ क्यों नहीं रही हो।

गर्ल फ्रेंड्स का बहुत जलवा है साहब। एक अफसर से मुझे काम कराना था। अफसर ईमानदार थे, क्योंकि वह कोई गलत काम करने की परमीशन नहीं देते थे। रिश्वत वह सिर्फ सही काम करने की लेते थे, ऐसे काम जो नियम के अनुसार होते थे। उनके तीन रेट्स थे – एक वह खुद लेते थे। दूसरा रेट उनकी पत्नी लेती थी, वह थोड़ा ज्यादा था। तीसरा रेट उनकी गर्ल फ्रेंड का था, गर्ल फ्रेंड का का रेट सबसे ज्यादा था और काम होने की पक्की गारन्टी गर्ल फ्रेंड को रिश्वत देकर हो जाती थी। अफसर सबकी बात टाल सकते थे, गर्ल फ्रेंड की नहीं।

बरसों पहले ब्रिटेन की राजकुमारी डायना की मृत्यु जब हुई थी, तब वह बतौर गर्ल फ्रेंड अपने दोस्त के साथ थीं। पश्चिम में तो यह माना जाता है कि बन्दा बड़ी खरीदारी, बड़ी गिफ्ट गर्ल फ्रेंड के लिए ही करेगा। पत्नी के लिए तो आलू – टमाटर ला कर ही कह देगा, देखो, इस भाव पर इन्हे ज्वेलरी समझना।

नये नजरिये से देखें तो गर्ल फ्रेंड्स के असर का सकारात्मक यूज हो सकता है।

गर्ल फ्रेंड्स को ट्रेनिंग दी जाये कि वह अपने फ्रेंड्स को शराबबंदी, दहेज विरोधी आन्दोलन, भ्रूण हत्या विरोधी आन्दोलन, पानी बचाओ आन्दोलन के लिए प्रेरित करें। वैलंटाइन डे के आसपास ये खबरें आयें कि गर्ल फ्रेंड्स के चक्कर में नौजवानों ने चाँदनी चौक में सफाई अभियान, वाटर हारवेस्टिंग अभियान चलाया। गर्ल फ्रेंड्स के चक्कर में रिंग रोड पर नौजवानों ने वृक्षारोपण अभिय़ान चलाया। गर्ल फ्रेंड्स आप प्लीज, राष्ट्रहित में अपने असर को यूज करें। गर्ल फ्रेंड्स नौजवानों को प्रेरित करें कि सिर्फ एक दिन ही झाड़ू ना चलायें, सतत पूरे साल चलाते रहें।

आइये, गर्ल फ्रेंड्स ट्रेनिंग सेन्टर शुरू करने के लिए अभियान चलायें।

(देश मंथन, 04 मई 2015)

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