मुरुगन इडली शॉप – तमिल स्वाद का आनंद

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विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :

चेन्नई के बेसेंट नगर में टहलते हुए मुरुगन इडली शॉप का बोर्ड नजर आता है। वास्तव में यह शोप नहीं बल्कि भरापूरा रेस्टोरेंट है। यहाँ सिर्फ इडली ही नहीं बल्कि डोसा, साउथ इंडियन मिल के अलावा मिठाइयाँ और पेय पदार्थ सब कुछ मिलते हैं।

मंदिर दर्शन के बाद भूख लगी थी लिहाजा हम इडली शॉप के अंदर चले आये। वातानुकूलित रेस्टोरेंट है मुरगन इडली शोप का। इडली और डोसा आर्डर किया। केले पत्ते बिछ गये। उनपर इडली इतराने लगी। डोसा सज गया। वर्दीधारी वेटर सेवा में लगे थे।

सामने वाले काउंटर पर तरह तरह की मिठाइयाँ थीं। अनादि को रसमलाई पसंद है। तो उन्होंने रसमलाई ले ली। चावल के साथ विस्तारित दक्षिण भारतीय थाली भी यहाँ केले के पत्ते पर परोसी जाती है पर कुछ भी केले के पत्ते से बाहर नहीं जाता। मुरगुन में आप नास्ते में घी पोंगल का भी आर्डर कर सकते हैं वह भी आपको पत्ते की प्लेट में परोसा जाएगा। मुरगन में इडली का नन्हा रूप पनियारम का भी आनंद ले सकते हैं। इसमें नन्ही इडली को राई और प्याज के साथ फ्राई करके परोसा जाता है। खाने-पीने के बाद भी जी नहीं भरा हो तो बाहर आकर लस्सी जैसे मिलते-जुलते पेय पदार्थ जिगरठंडा का भी आनंद ले सकते हैं।

पूरे चेन्नई में मुरगन इडली शाप के 16 आऊटलेट खुले हुए हैं। बेसंट नगर के आउटलेट में खूब चहल-पहल दिखायी देती है। पर बाकी आउटलेट में भी जनता खूब उमड़ती है। चेन्नई सेंट्रल के पास पेरियामेट में ईवीआर पेरियार रोड पर भी उनका आउटलेट है। यहाँ से पार्सल की भी सुविधा उपलब्ध है।

मुरगन इडली शोप की शुरुआत 1993 में हुई थी। आज यह चेन्नई की पहचान बन चुका है। इसकी दरें थोड़ी ज्यादा जरूर है। पर साफ-सफाई और सेवाओं के मामले में उम्दा है। चेन्नई में बाहर से आने वाले लोग मुरुगन इडली का स्वाद लेना नहीं भूलते। स्थानीय लोग भी यहाँ रोज अलग-अलग किस्म के नास्ते और टिफिन के लिए पहुँचते हैं। कई बार तो आपको अपनी कुरसी पाने के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। 

मुरुगन अब चेन्नई से बाहर निकल कर वेलोर, मदुरै और देश के बाहर सिंगापुर तक पहुँच चुका है। सिंगापुर में इसके तीन आउटलेट हैं। एस मनोहरन मुरुगन इडली शॉप के सीएमडी हैं।

इसकी शुरुआत मदुरै से हुई थी। 1969 में उनके पिता ने मुरुगन काफी निलयम से शुरुआत की थी। पर 1991 में इस मनोहर के हाथ में कमान आयी तो नए व्यंजन शुरू हुए। जब उन्होंने चेन्नई में पहला आउटलेट खोला उसके बाद पीछे मुड़ कर नहीं देखा। चेन्नई में आये तो लोकप्रिय होते गये। तब लोगों ने उन्हें सलाह दी थी कि अपने आउटलेट का नाम मुरुगुन इडली रेस्टोरेंट रखें पर मनोहरन ने कहा, नहीं शॉप शब्द से सादगी झलकती है। 2008 में उन्होंने सिंगापुर में उन्होंने अपनी दो शाखाएँ खोलीं।

(देश मंथन 08 दिसंबर 2015)

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