Tag: Vidyut Prakash Maurya
त्रिपुरा में लड़ाई सीपीएम बनाम भाजपा की
विद्युत प्रकाश मौर्य :
तीन जनवरी की सुबह। नार्थ त्रिपुरा जिले का कैलाशहर नगर। महिलाएँ सड़क पर रैली निकाल रही हैं। जीतेगा भाई जीतेगा, बीजेपी जीतेगा। अभी त्रिपुरा में चुनाव का ऐलान नहीं हुआ है, पर सड़कों पर प्रचार चरम पर आ चुका है। अगले दिन कैलाशहर बाजार में बीजेपी के साइकिल यात्री नजर आते हैं। वे जन जागरण अभियान पर निकल रहे हैं। मैं उन्हें रोक कर पूछता हूँ - मुद्दा क्या है? वे कहते हैं - नौकरी नहीं है, अस्पतालों में दवाएँ नहीं हैं, डॉक्टर नहीं हैं।
जोधपुर शहर की सुबह…पटवा हवेली की तलाश में
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार:
देश के कुछ वे शहर जो सचमुच में हमारी सांस्कृतिक विरासत के प्रतिनिधि हो सकते हैं उनमें शामिल है जोधपुर। शहर का पुराना स्वरूप, खानपान, शानदार किले और उद्यान और यहाँ के मस्त और दोस्ताना लोग शहर को बाकी शहरों से अलहदा बनाते हैं।
विरासत – जोधपुर रेलवे स्टेशन पर नैरोगेज का स्टीम लोकोमोटिव
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार:
जैसलमेर से जोधपुर के लिए हनुमान ट्रैवल्स की बस बुक की थी। बस शहर के प्रमुख चौराहे हनुमान जंक्शन से रात 10.15 बजे खुलने वाली थी। मैं दो घंटे पहले ही यहाँ पहुँच गया हूँ। ट्रैवल कंपनी के दफ्तर में अपना बैग रखकर आसपास में टहलता हूँ।
रेत के टीलों के बीच डूबता सूरज – एन इवनिंग इन सम सैंड ड्यून्स
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार:
सम सैंड ड्यून्स। जैसलमेर की सबसे रोचक और रोमांटिक लोकेशन है। हर जैसलमेर आने वाला सैलानी वहाँ जाना चाहता है। जाए भी क्यों नहीं।
कुलधरा – पालीवाल ब्राह्मणों का एक अभिशप्त गाँव
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार:
एक गाँव जो कभी आबाद था। हजारों लोग रहते थे। सुबह शाम संगीत गूंजता था। पर अब सिर्फ खंडहर। हम बात कर रहे हैं कुलधरा की। आज इसकी गिनती देश के कुछ प्रमुख भुतहा स्थलों में होती है।
जैसलमेर की शान – सोनार किला
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार:
मशहूर बांग्ला फिल्मकार सत्यजीत रे ने एक फिल्म बनायी थी सोनार किला। 1974 में रीलिज यह फिल्म बंगाली मानुष के बीच खूब लोकप्रिय हुई। यह 1971 के एक उपन्यास पर बनी फिल्म थी।
सुनहला शहर, गोल्डेन सिटी जैसलमेर
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार:
राजस्थान का जैसलमेर शहर यानी गोल्डेन सिटी। सुनहला शहर। सारा शहर पीले सोने की तरह दमकता दिखाई देता है। क्योंकि ज्यादातर इमारतें स्थानीय तौर पर मिलने वाले पीले रंग के पत्थरों से बनी हैं।
लीलण एक्सप्रेस से सुनहले शहर जैसलमेर की ओर
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार:
बीकानेर से जैसलमेर जाने वाली ट्रेन का नाम लीलण एक्सप्रेस (12468) है। नाम कुछ अनूठा लगा तो जानने की इच्छा हुई।
पापड़, भुजिया, दालमोट मतलब बीकानेर
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार:
पापड़, भुजिया और दालमोट। मतलब बीकानेर। राजस्थान का बीकानेर शहर। बीकानेर कई बातों के लिए जाना जाता है।
हाँ, अकबर नाम है मेरा… शहंशाह गुजरे जमाने का…
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार:
धुआं उड़ाती सिटी बजाती रेलगाड़ियां अब इतिहास हो चुकी हैं। या तो फिल्मों में देखा होगा आपने या बुजुर्गों से सुना होगा। हरियाणा के रेवाड़ी के स्टीम शेड में कुल 10 स्टीम लोकोमोटिव देखे जा सकते हैं। इसमें कुछ चालू हालत में हैं। इनमें से एक है अकबर। शान से खड़ा यह विशाल स्टीम लोकोमोटिव जैसे आपसे कह रहा हो अकबर नाम है मेरा...